गुजरात की राजधानी अहमदाबाद के लगभग 300 किलोमीटर दूर स्थित मोरबी ब्रिज रविवार शाम को उस समय गिर गया जब छठ पूजा अनुष्ठान के लिए करीब 500 लोग वहां एकत्रित हुए थे। इस हादसे में 142 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
142 लोगों की मौत
छठ पूजा के अवसर पर गुजरात के मोरबी में पुल ढ़हने से 142 लोगों की मौत हो गई है। कल रविवार शाम को घटना उस समय घटी जब छठ पूजा के अनुष्ठान के लिए करीब 500 महिला पुरुष और बच्चे पूल पर एकत्रित हुए थे। इस हादसे में 142 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। जबकि सैंकड़ों लोग घायल हो गए हैं। बचाव और राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ , भारतीय सेना और स्थानीय प्रशासन कार्यरत है। सेना के एक अधिकारी के अनुसार, भारतीय सेना , वायुसेना और नेवी बचाव कार्य के लिए घटना स्थल पर पहुंच चुके हैं।
बचाव एवं राहत कार्य जारी
NDRF की पांच टीमें मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। भारतीय सेना , नौसेना और वायुसेना को भी बचाव एवं राहत कार्य के लिए मोरबी बुलाया गया है। नावों की मदद से बचाव कार्य किया जा रहा है।
एक चश्मदीद ने एनडीटीवी को बताया कि करीब डेढ़ सौ साल पुराने पूल पर करीब 500 लोग , छठ पूजा के लिए एकत्रित हुए थे। उसी समय पूल की केबल टूट गई। जिसके बाद कई लोग पूल में गिर गए और चारों तरफ अफरा तफरी मच गई। कई लोगों को गिरे हुए पूल की तारों पर लटका हुआ देखा गया।
मछु नदी पर बने पूल को रेनोवेशन के लिए सात महीने तक बंद किया गया था। इस पूल को गुजरती नववर्ष के अवसर पर 26 अक्टूबर को फिर से जनता के लिए खोल दिया गया था।
नहीं ली थी एनओसी
गुजरात के मोरबी नगर निकाय प्रमुख संदीप सिंह जाला ने मीडिया से कहा कि मोरबी शहर में टूटे पुराने पूल को फिर से खोलने के लिए मरम्मतकर्ता अधिकारीयों से फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं लिया था। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष पूल हादसे को लेकर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। इस मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया। हादसे में जिम्मेदार पाए जाने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुवाजा देने की घोषणा
पीएम मोदी ने इस हादसे में मरने वाले लोगों के परिवारों को दो-दो लाख रुपए की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। वहीँ राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए देने का एलान किया है।
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