Somali Pirates: 14 दिसंबर को हाईजैक हुए मालवाहक पोत को इंडियन नेवी ने समुद्री डाकुओं के कब्जे से छुड़ा लिया है। 40 घंटे के ऑपरेशन के बाद भारतीय नौसेना ने 17 बंधकों को छुड़ाकर 35 समुद्री लुटेरों को गिरफ्तार किया है।
भारतीय नौसेना ने एक बार फिर समुद्र में अपना दम दिखाया है। भारतीय नौसेना ने तीन महीने पहले हाईजैक हुए मालवाहक पोत को समुद्री लुटेरों के कब्जे से छुड़ा लिया है। 40 घंटे के सफल ऑपरेशन के बाद नेवी ने चालक दल के 17 सदस्यों को सोमाली डाकुओं के कब्जे से छुड़ा लिया। इस अभियान में 35 सोमाली समुद्री लुटेरों ने भारतीय नौसेना के सामने घुटने टेक दिए।
समुद्री जहाज एमवी रूएन को 14 दिसंबर 2023 को समुद्री लुटेरों ने हाईजैक कर लिया था। इसके बाद लुटेरे इस मालवाहक जहाज का इस्तेमाल समुद्र में लूट करने के लिए करने वाले थे। इस बारे में जब नौसेना को पता चला तो पूरा प्लान बनाकर ऑपरेशन शुरू किया। जिस समय भारतीय नौसेना के मार्कोज कमांडो हाईजैक जहाज की तरफ बढ़ रहे थे, उसी समय समुद्री डाकुओं ने सुरक्षा बलों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी।
Somali Pirates: नेवी ने ऐसे बनाया प्लान
समुद्री डाकुओं की फायरिंग बाद नौसेना ने अपनी रणनीति बदली। इंडियन नेवी ने पी-81 खोजी विमान, आईएनएस कोलकाता और आईएनएस सुभद्रा को ऑपरेशन में शामिल किया। ड्रोन का भी सहारा लिया। नौसेना ने सी-17 विमान के जरिए अपने मार्कोज कमांडोज को हाईजैक जहाज पर उतारा। जहां, मार्कोज ने चालक दल के सभी 17 सदस्यों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। 40 घंटे के सफल ऑपरेशन के बाद सोमाली डाकुओं को भारतीय नौसेना के सामने घुटने टेकने पड़े और सरेंडर कर दिया।
चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित
इंडियन नेवी के प्रवक्ता के अनुसार, जहाज पर से चालक दल के सभी 17 सदस्यों को बिना किसी नुकसान से छुड़ा लिया गया है। इससे पहले भी भारत की नौसेना ने समुद्र में कई सफल अभियान के तहत विदेशी जहाजों को समुद्री लुटेरों के कब्जे से छुड़ाया है। इससे पहले हिंद महासागर में भारतीय नौसेना एक सफल अभियान के तहत अंगोला, बुल्गारिया और म्यांमार के चालक दल के सदस्यों को समुद्र में हुती विद्रोहियों के कब्जे से छुड़ाया था।