Pune Accident Case: पुणे कार एक्सीडेंट मामले में आरोपी वेदांत अग्रवाल को 300 शब्द का निबंध लिखने की शर्त पर मात्र 15 घंटे में जमानत दे दी गई थी। अब नाबालिग को जमानत देने वाले जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सदस्यों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। इस मामले में आरोपी, उसका पिता और दादा पहले से ही पुलिस हिरासत में हैं।
पुणे पोर्शे कार हादसे के आरोपी वेदांत अग्रवाल को जमानत देने वाले जेजेबी पर कानून की तलवार लटकती नजर आ रही है। बोर्ड के सदस्यों की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि यह कमेटी बोर्ड के सदस्यों के पुराने रिकॉर्ड भी खंगालेगी। 19 मई 2024 को एक कार हादसे में दो बाइक सवार लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने नाबालिग आरोपी को 300 शब्द का निबंध लिखने की शर्त पर जमानत दे दी थी।
चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया
महाराष्ट्र महिला एवं बाल विकास आयुक्त प्रशांत नरवरे ने जेजेबी की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन किया है। टीओआई से बात करते हुए नरवरे ने बताया ,” राज्य सरकार की तरफ से जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में नियुक्त किए गए दो सदस्यों के खिलाफ जांच होगी। बोर्ड में एक मुख्य मजिस्ट्रेट भी है। इन तीनों का कार्यकाल तीन साल के लिए है। ”
आयुक्त प्रशांत नरवरे ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया ,” नाबालिग को निबंध लिखने की शर्त पर मिली जमानत की सोशल मीडिया पर आलोचना होने के बाद एक कमेटी का गठन किया गया। यह कमेटी 15 दिन के अंदर रिपोर्ट दाखिल करेगी। ” उन्होंने बताया की राज्य सरकार बोर्ड के सदस्यों की नियुक्ति भी खत्म कर सकती है।
जमानत देने वालों पर गिरेगी गाज
इस मामले में खास बात ये है की रईसजादे को एक्सीडेंट के 15 घंटे बाद 300 शब्द का निबंध लिखने की शर्त पर जमानत दे दी गई थी। बताया जा रहा है कि आरोपी के दादा सुरेंद्र अग्रवाल ने उस मेडिकल टीम से भी 14 बार संपर्क किया था जिसने वेदांत अग्रवाल की फोरेंसिक रिपोर्ट बदल दी थी। किशोर के रक्त के नमूनों को किसी दूसरे के साथ बदल दिया गया था। इसी केस में पुणे के ससून जनरल अस्पताल के फोरेंसिक हेड,एक डॉक्टर और एक कर्मचारी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
कार हादसे में दो की गई थी जान
19 मई को पुणे में हुए कार हादसे में तेज रफ्तार पोर्शे कार ने दो बाइक सवार लोगों को रौंद दिया था। इस हादसे में मध्य प्रदेश के रहने वाले 24 वर्षीय अनीस अवधिया और उसकी साथी अश्विनी कोष्टा की जान चली गई थी। एक्सीडेंट के समय आरोपी वेदांत अग्रवाल कार चला रहा था। आरोपी का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें वह एक्सीडेंट से पहले एक पब में शराब का सेवन करता हुआ नजर आ रहा है।