मणिपुर में भारतीय सेना के जवान Serto Thangthang Kom की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई है। जवान छुट्टी पर घर आया हुआ था। जिसके बाद शनिवार को तीन बंदूकधारियों ने उसका अपहरण कर लिया और हत्या के बाद शव को फेंक दिया था।
मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। राज्य में करीब साढ़े चार महीने से हिंसा जारी है। राज्य पुलिस के अनुसार, इस हिंसा में अब तक 175 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हो गए हैं। अब मणिपुर में भारतीय सेना के एक जवान की हत्या का मामला सामने आया है। मृतक जवान भारतीय सेना की डिफेंस सिक्योरिटी कोर में सिपाही के पद पर तैनात था। वह कांगपोकपी जिला के लेमाखोंग में तैनात था।
भारतीय सेना का जवान सेर्टो थांगथांग कोम इंफाल के तरुंग स्थित अपने घर पर छुट्टी आया हुआ था। इसी दौरान शनिवार के दिन तीन अज्ञात बंदूकधारियों ने कोम को उसके घर से अगवाह कर लिया था। मृतक के दस वर्षीय बेटे के अनुसार, सेर्टो थांगथांग कोम को उस समय अगवाह कर लिया गया था जब वह घर के बरामदे में काम कर रहे थे।
बेटे ने बताया कि तीन अज्ञात बंदूकधारियों ने शनिवार सुबह 10 बजे घर पर आकर सेर्टो थांगथांग कोम के सिर पर पिस्तौल रख दी और उसे जबरदस्ती सफेद कार में बैठाकर ले गए थे। रविवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे जवान का शव इंफाल के सगोलमांग थाना क्षेत्र के अंतर्गत खुनिंगथेक गांव (Khuningthek Village) में बरामद हुआ।
जवान के भाई और बहनोई ने शव की पहचान की। जवान के सिर में गोली लगी थी। कोम के परिवार में पत्नी,बेटा और बेटी हैं।
परिवार के साथ सेना
भारतीय सेना ने शोक संतप्त परिवार की मदद के लिए एक टीम भेजी है। भारतीय सेना ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए परिवार को हर संभव सहायता देने का ऐलान किया है।