अन्ना आंदोलन से उभरे पूर्व इनकम टैक्स कमिश्नर अऱविंद केजरीवाल का जैसा उनके ट्विटर पर बायो है वैसे ही उनके काम भी हैं। उनके बायो में लिखा है ,” सब इंसान बराबर हैं, चाहे वो किसी धर्म या जाति के हों। हमें ऐसा भारत बनाना है ,जहां सभी धर्म और जाति के लोगों में भाईचारा और हो , न कि नफरत और बैर हो। ”
साल 2012 में वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे के आंदोलन से उभकर सक्रिय राजनीती में आए Arvind Kejriwal ने 2 अक्टूबर 2012 को आम आदमी पार्टी की स्थापना की थी। उन्होंने पार्टी के घोषणा पत्र में भ्र्ष्टाचार और वीआपी कल्चर को प्रमुखता से छापा। केजरीवाल ने साल 2013 में तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी शीला दीक्षित को हराकर दिल्ली विधान सभा चुनाव में 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
सीएम अरविंद केजरीवाल शुरू से ही वीआईपी कल्चर के खिलाफ रहे हैं। जिसकी शुरुआत उन्होंने खुद की गाडी से सीएम बनने के बाद लाल बत्ती हटाकर की थी। जिसका असर देश के बाकी राज्यों में भी देखा गया। उनके बाद पंजाब, हरियाणा सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ,सांसदों और विधायकों ने भी उनका अनुसरण करते हुए लाल बत्ती को तौबा कह दिया।
हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार के दिन दिल्ली के अस्पतालों से वीआईपी कल्चर को खत्म करते हुए राज्य के सभी अस्पतालों को सभी नागरिकों के लिए एक समान और अच्छा इलाज करने का निर्देश दिया। केजरीवाल ने राज्य के अस्पतालों से वीआईपी कल्चर समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया। सीएम ने कहा कि अब इन अस्पतालों में वीआईपी के लिए कोई निजी कमरे नहीं होंगे।
सीएम केजरीवाल ने एक ट्वीट करते हुए लिखा ,” मैंने सरकारी अस्पतालों में वीआईपी कल्चर को समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निदेश दिया है। ” आपको बता दें ,दिल्ली सरकार द्वारा संचालित 38 अस्पतालों में से कुछ में प्राइवेट रूम हैं। जो वीआईपी रूम कहलाते हैं। जिन्हे प्रीमियम पर बुक किया जा सकता है। सीएम केजरीवाल ने इस पर कहा ,” वीआईपी लोगों के लिए अब अधिक निजी कमरे नहीं हैं। सभी नागरिकों को समान उपचार मिलेगा और यह सबसे अच्छी गुणवत्ता का होगा।
अरविंद केजरीवाल ने के ट्वीट का माध्यम से कहा ,” सरकारी अस्पतालों में 11353 बिस्तरों की मौजूदा क्षमता के अलावा ,13899 बिस्तरों को जोड़ाजा रहा है। अगले 6 महीने में 28000 बिस्तरों वाले तीन अस्पताल खोलने की योजना है। ”
स्वास्थ्य के क्षेत्र में अरविंद केजरीवाल ने इसी साल जुलाई के महीने में प्राइवेट अस्पतालों को चेतावनी दी थी कि अगर वे किसी दुर्घटना से पीड़ित ,एसिड अटैक से पीड़ित या जलने के कारण पैसों के बिना भी इलाज नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ करवाई की जा सकती है।
यही नहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा के क्षेत्र में भी बेहतरीन काम किया है। उन्होंने सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बनाया है। उनके कार्यकाल के दौरान सरकारी स्कूलों के परिणाम बेहतर हुए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी उन्होंने वीआईपी कल्चर को खत्म करते हुए निजी स्कूलों पर लगाम कसी है और सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाया है। आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में दिल्ली के विधायकों के बच्चे भी पढ़ने के लिए जाते हैं।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बारे में अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट करते हुए 9 सितंबर को लिखा ,” दिल्ली के नए सरकारी स्कूल वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर से लैस हैं। दिल्ली सरकार का दृष्टिकोण है कि हमारे सभी बच्चों को उनकी आर्थिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए।”