दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार के दिन ट्विटर वीडियो जारी करते हुए साल 2022 में यूपी में होने वाले विधान सभा चुनाव लड़ने की बात कही थी।जिसके बाद यूपी बनाम दिल्ली, विकास और शिक्षा पर चर्चा होने लगी।
यूपी विधान सभा चुनाव 2022
कल जैसे ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एलान किया कि आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ेगी।70 सालों में पहली बार यूपी के नेताओं ने स्कूल और अस्पताल की बात करना शुरू की। उनके मुंह से स्कूल और और अस्पताल की बात निकलना शुरू हुई।-दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एएनआई को कहा
मनीष सिसोदिया ने कहा,” उत्तर प्रदेश के कई मंत्रियों ने कहा कि वो दिल्ली स्कूल मॉडल बनाम यूपी स्कूल मॉडल पर बहस करना चाहते हैं।उन्होंने आकर यूपी के स्कूल देखने की चुनौती भी दी है। मुझे दोनों चुनौतियां स्वीकार हैं।”
बहस किसके साथ करनी है?
मैं यूपी के शिक्षा मंत्री को बता दूँ कि मैं बहस करने के लिए 22 दिसंबर 2020 को लखनऊ आ रहा हूं। आप बता देना सीएम योगी आदित्यनाथ जी से बहस करनी है या उपमुख्यमंत्री या शिक्षा मंत्री से।मुझे समय और जगह भी बता दीजिए। हम दिल्ली और उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों पर खुली चर्चा क्र्रेंगे।- दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा।
मनीष सिसोदिया के ट्वीट
मनीष सिसोदिया ने इसी विषय पर एक के बाद एक तीन ट्वीट भी किए। अपने पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा,” उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूल बनाम दिल्ली के सरकारी स्कूल पर खुली बहस की चुनौती कल बीजेपी के मंत्रियों ने दी थी।हमें यह चुनौती स्वीकार है।
अपने दूसरे ट्वीट में मनीष सिसोदिया ने लिखा,” उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में किया गया आपका काम देखने का निमंत्रण भी मुझे स्वीकार है।आप ऐसे 10 स्कूलों की लिस्ट बता दीजिए,जिन्हे बीजेपी सरकार ने 4 साल में सुधारा हो। जहां नतीजे सुधरे हों,बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में निकले हों।इन स्कूलों में मैं आपका काम देखना चाहूंगा।”
सिसोदिया ने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा,” आपने उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूल बनाम दिल्ली के सरकारी स्कूल पर खुली बहस की चुनौती दी थी।बस एक निवेदन है। अब खुली बहस पर मुकर मत जाना। पीछे मत हट जाना। इधर उधर बातों में मत उलझना।मैं 22 दिसंबर को लखनऊ में रहूंगा।”
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