Hathras Stampede: हाथरस में भोले बाबा की धर्मसभा के दौरान घटी विनाशकारी घटना, हादसे में 116 की मौत

नारायण साकार विश्व हरी उर्फ़ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने के कारण 116 लोगों की जान चली गई। मंगलवार के दिन हुए इस हादसे में 300 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी प्रशांत कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।

हादसा उस समय हुआ जब नारायण साकार विश्व हरी उर्फ़ भोले बाबा सत्संग में अपने अनुयायियों को सिकंदरा राव इलाके के फुलराई और मुगलगढ़ी गाँव के बीच खेत में लगे एक विशेष पंडाल में प्रवचन दे रहे थे। इस हादसे में 116 लोगों की जान चली गई है। वहीं,न्यूज़ 24 की रिपोर्ट के अनुसार हादसे में 130 लोगों की जान चली गई है। मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं।

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हाथरस सत्संग में एक लाख लोगों ने हिस्सा लिया था। जैसे ही सत्संग खत्म हुआ, कुछ लोग दूसरी तरफ जाने लगे और कुछ लोग बाबा भोले के पांव छूने के लिए दौड़ पड़े। इसी वजह से भगदड़ मच गई और सैंकड़ों श्रद्धालुओं की मौत हो गई।

हादसे के बारे में बात करते हुए अलीगढ रेंज के इंस्पेक्टर जनरल शलभ माथुर ने बताया कि सत्संग समारोह के लिए अस्थायी स्वीकृति ली गई थी। वहीं , आगरा ज़ोन के एडीजीपी अनुपम कुलश्रेष्ठ ने कहा कि आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।

हाथरस हादसे में घायल लोगों को सिकंदरा राव ट्रामा सेंटर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। अस्पताल की एक नर्स ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया कि अस्पताल में हताहतों की संख्या लिमिट से ज्यादा हो गई है। नर्स ने कहा, “हमारे पास घायलों को समायोजित करने के लिए पर्याप्त बेड नहीं हैं। जिन्हे जिंदा भर्ती कराया गया है वे आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं के आभाव में दम तोड़ रहे हैं। हमारे अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी है। ”

इसी बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिवार वालों को दो-दो लाख रुपए देने की घोषणा की है।

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