पूर्व IAS ने विकास दुबे की गिरफ्तारी को बताया ‘योजनाबद्ध सरेंडर’

कानपूर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले वांछित विकास कुख्यात अपराधी विकास दुबे को आज मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया है। पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने इसे योजनाबद्ध आत्मसमर्पण बताया है।

पिछले हफ्ते कानपुर के बिकरू गांव में तीन पुलिस स्टेशन की एक टीम विकाश दुबे को गिरफ्तार करने गई थी। इस टीम का नेतृत्व DSP मिश्रा कर रहे थे।

जैसे ही पुलिस दुबे को गिरफ्तार करने के लिए गांव में घुसी ,विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिस फोर्स पर स्वचालित हथियारों से हमला कर दिया। इस मुठभेड़ में एक पुलिस उपाधीक्षक और तीन उप-निरीक्षकों सहित आठ पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी। जबकि कम से कम सात अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।

लगभग 60 से अधिक आपराधिक मामलों में वांछित विकास दुबे बिकारु मुठभेड़ के बाद फरार चल रहा था। पिछले सात दिन में वह हर बार अपनी लोकेशन बदलता रहता था। आज गुरुवार के दिन मध्य प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया है।

हालांकि विकास दुबे की गिरफ्तारी से पहले लोगों द्वारा ये कयास लगाए जा रहे थे कि उसके पांच साथियों की तरह उसका भी एनकाउंटर कर दिया जायेगा। लेकिन पुलिस ने एनकाउंटर करने की जगह उसे गिरफ्तार किया है। पढ़ें :कानपूर: हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे के साथ एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मी शहीद

 

अब विकास गैंगस्टर की गिरफ्तारी पर पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने सवाल उठाते हुए इसे एक ‘योजनाबद्ध आत्मसमर्पण’ कहा है। ”  ये भी पढ़ें :कानपूर एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन में गिरफ्तार

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