Urjit Patel IMF: RBI के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल को अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष का कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया। यह नियुक्ति ACC ने मंजूर की है।
उर्जित पटेल अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष के कार्यकारी निदेशक नियुक्त
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल को अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का कार्यकारी नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति कैबिनेट की नियुक्ति समिति द्वारा 28 अगस्त 2025 को मंजूर की गई। आज सरकारी ब्यान में श्री पटेल की नियुक्ति की घोषणा की गई। यह पद तीन साल की अवधि के लिए है। पटेल डॉ कृषणमुर्ति सुबरमण्यन का स्थान लेंगे।
Urjit Patel की IMF में नियुक्ति का विवरण
आईएमएफ कार्यकारी बोर्ड में कुल 25 कार्यकारी निदेशक होते हैं। ये विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं। भारत का कार्यकारी निदेशक भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश और भूटान का प्रतिनिधित्व करता है।
पटेल की यह नियुक्ति उनके करियर में एक पूर्ण चक्र की तरह है क्योंकि 1997 में IMF से RBI में डेप्युटेशन पर आए थे। जहाँ उन्होंने ऋण बाजार के विकास, बैंकिंग सेक्टर में सुधार, पेंशन फंड और विदेशी मुद्रा बाजार (FDI) के विकास पर सलाह दी थी। 1998 से 2001 तक वे वित्त मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के तौर पर भी अपनी सेवायें दे चुके हैं।
उर्जित पटेल का करियर और पृष्ठभूमि
उर्जित पटेल एक अर्थशास्त्री हैं। जिन्होंने सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में विभिन्न भूमकाएं निभाई हैं। वे रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के 24वे गवर्नर के पद पर रह चुके हैं। उन्होंने सितंबर 2016 में रघुराम राजन का पद संभाला और 2018 तक आरबीआई के गर्वरनर के पद पर रहे। गवर्नर बनने से पहले वे आरबीआई के डिप्टी गवर्नर थे। उनके कार्यकाल के दौरान भारत सरकार ने नोटबंदी जैसे बड़े फैसले लिए।
उर्जित पटेल का गवर्नर पद से इस्तीफा
Urjit Patel ने 2018 में निजी कारणों का हवाला देते हुए RBI प्रमुख पद से त्यागपत्र दे दिया था। 1990 के बाद यह पहला ऐसा मामला था, जब कोई गवर्नर अपना कार्यकाल पूरा किए बिना अपना पद छोड़ गया हो।
यह इस्तीफा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के बीच लंबे समय से चले आ रहे सार्वजनिक विवाद के बाद आया था। इस्तीफे के बाद उन्होंने रिलायंस इंडस्ट्री के साथ काम किया। अब IMF में फिर वापसी हो गई है।