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कर्नाटक के हुबली में एक ही पंडाल में मनाया जाता है गणेश चतुर्थी और मुहर्रम का त्योहार

कर्नाटक के धारवाड़ जिले के हुबली में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल वर्षों से कायम है, यहां गणेश चतुर्थी और मुहर्रम का उत्सव एक ही पंडाल में मनाया जाता है।

कर्नाटक के धारवाड़ जिले के हुबली में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल वर्षों से कायम है, यहां गणेश चतुर्थी और मुहर्रम का उत्सव एक ही पंडाल में मनाया जाता है।

आज देश भर में हिंदू-मुस्लिम मुद्दा जोरों पर है। कई टीवी चैनल और प्रिंट मीडिया में अक्सर हिंदू-मुस्लिम पर डिबेट और लेख छपते रहते हैं। लेकिन देश का एक ऐसा हिस्सा भी है ,जहां हिंदू और मुसलमान भाईचारे की अनोखी रीत वर्षों चल रही है। यहां, लोग एक ही पंडाल में गणेश चतुर्थी का उत्सव और मुहर्रम का उर्स एक साथ मनाते हैं।

कर्नाटक के धारवाड़ जिले के हुबली के बिंदल इलाके के निवासी गणेश चतुर्थी और मुहर्रम को एक साथ एक ही पंडाल में मनाते हैं। मोहन नाम के एक भक्त ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया कि जब भी दोनों त्योहारों की तारीखें एक ही दिन पड़ती है, हम एक ही पंडाल में दोनों त्योहारों को मनाते हैं। यह प्रथा वर्षों से चली आ रही है और हम इसे आगे बढ़ा रहे हैं।

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मौलाना जाकिर काज़ी नाम के एक शख्स ने एएनआई को बताया,” गणेश चतुर्थी और मुहर्रम की तिथियां प्रत्येक 33 से 35 साल में एक बार मेल खाती हैं। इस गांव में कोई भी अकेला हिंदू या मुसलमान नहीं है ,दोनों एक साथ आते हैं। हम सभी भगवान की संतान हैं। ”

 

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