Hubli Pandal में मनाया जाता है गणेश चतुर्थी और मुहर्रम का त्योहार
नवम्बर 16, 2024 | by pillar
Hubli Pandal: कर्नाटक के धारवाड़ जिले के हुबली में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल वर्षों से कायम है, यहां गणेश चतुर्थी और मुहर्रम का उत्सव एक ही पंडाल में मनाया जाता है।
Hubli Pandal में मनाया जाता है गणेश चतुर्थी और मुहर्रम
आज देश भर में हिंदू-मुस्लिम मुद्दा जोरों पर है। कई टीवी चैनल और प्रिंट मीडिया में अक्सर हिंदू-मुस्लिम पर डिबेट और लेख छपते रहते हैं। लेकिन देश का एक ऐसा हिस्सा भी है ,जहां हिंदू और मुसलमान भाईचारे की अनोखी रीत वर्षों चल रही है। यहां, लोग एक ही पंडाल में गणेश चतुर्थी का उत्सव और मुहर्रम का उर्स एक साथ मनाते हैं।
Hubli Pandal के बारे भक्त ने बताया
कर्नाटक के धारवाड़ जिले के हुबली के बिंदल इलाके के निवासी गणेश चतुर्थी और मुहर्रम को एक साथ एक ही पंडाल में मनाते हैं। मोहन नाम के एक भक्त ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया कि जब भी दोनों त्योहारों की तारीखें एक ही दिन पड़ती है, हम एक ही पंडाल में दोनों त्योहारों को मनाते हैं। यह प्रथा वर्षों से चली आ रही है और हम इसे आगे बढ़ा रहे हैं।
Hubli Pandal की प्रथा
ये भी पढ़ें : सरपंच के पति ने एक मंडप में रचाई पत्नी और साली के साथ शादी
भारतीय सेना ने पाकिस्तान आर्मी के 5 आतंकी लॉन्च पैड किए ध्वस्त
WhatsApp एकाउंट को जल्द ही एक से ज्यादा मोबाइल पर चला सकेंगे उपभोक्ता
The dates of Ganesh Chaturthi and Muharram coincide every 33-35 years. In this village nobody is a Hindu or a Muslim alone, both come together in unison. All of us are children of the God: Maulana Zakir Qazi https://t.co/uPobtBhhrR pic.twitter.com/7dBenwWU08
— ANI (@ANI) August 28, 2020
मौलाना जाकिर काज़ी नाम के एक शख्स ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया,” गणेश चतुर्थी और मुहर्रम की तिथियां प्रत्येक 33 से 35 साल में एक बार मेल खाती हैं। इस गांव में कोई भी अकेला हिंदू या मुसलमान नहीं है ,दोनों एक साथ आते हैं। हम सभी भगवान की संतान हैं। “
RELATED POSTS
View all