उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही हुई है। चमोली के रैणी गांव में पास ग्लेशियर टूटा है। चमोली के रैणी गांव के पास धौलीगंगा नदी के किनारे बह रहा ग्लेशियर फट गया है।
उत्तराखंड त्रासदी
रैणी गांव के पास धौलीगंगा नदी के किनारे बह रहा ग्लेशियर फट गया है। जिसमें सैकड़ों लोगों के बहने की आशंका जताई जा रही है। मौके पर इंडियन तिब्बत बॉर्डर पुलिस के 200 से अधिक जवान पहुंच चुके हैं। एस डी आर जी की 10 टीमें भी मौके पर पहुंच चुकी है। नजदीकी हरिद्वार ऋषिकेश और श्रीनगर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
यह ग्लेशियर चमोली जिले के रैणी गांव के ऊपर वाली गली से टूट गया है। जिस कारण यहां ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ है। धौलीगंगा नदी ग्लेशियर की तबाही के साथ तपोवन में बैराज को भी भारी नुकसान हुआ है।
बिजली परियोजना क्षतिग्रस्त
ग्लेशियर टूटने से अलकनंदा नदी और धौली गंगा नदी में हिमस्खलन और बाढ़ के चलते नजदीकी लोगों को हटाया जा रहा है। जोशीमठ के करीब भी एक बांध टूटने की खबर आ रही है। हिमस्खलन के कारण रैणी गांव में बिजली परियोजना को काफी नुकसान हुआ है।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
नदी में अचानक बढ़े जलस्तर के कारण नीचे रह रहे लोगों को ऊपरी इलाकों में भेजा जा रहा है ।उत्तराखंड में अचानक आई इस तबाही पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “उत्तराखंड में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। पूरा भारत उत्तराखंड के साथ खड़ा है और राष्ट्र सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता है। वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बात कर रहे हैं और एनडीआरएफ की तैनाती बचाव कार्य और राहत कार्यों में अपडेट प्राप्त कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अपील
राज्य में आई त्रासदी पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा,” मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूं। मेरी सभी से विनती है कि कृपया कोई भी पुराने वीडियो शेयर कर पैनिक ना फैलाएं। स्थिति से निपटने के सभी जरूरी कदम उठा लिए गए हैं ।आप सभी धैर्य बनाए रखें।”
उन्होंने हेल्पलाइन नंबर जारी करते हुए ट्वीट किया है। सीएम रावत ने लिखा ,”अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं। आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया अपना परिचालन केंद्र के नंबर 1070 या 95574 44486 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो फैलाकर लोगों में घबराहट पैदा न करें।”