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बिक गया Google Ceo सुंदर पिचाई का चेन्नई वाला पैतृक घर, प्रॉपर्टी के कागज सौंपते समय रोने लगे थे पिता

बिग गया Google Ceo सुंदर पिचाई का चेन्नई वाला पैतृक घर, प्रॉपर्टी के कागज सौंपते समय रोने लगे थे पिता

Google CEO Sundar Pichai: गूगल सीईओ सुंदर पिचाई का चेन्नई वाला वह पैतृक घर बिक गया है जहां पिचाई का बचपन गुजरा था। चेन्नई के अशोक नगर में स्थित इस घर को तमिल सिनेमा के अभिनेता और फिल्म निर्माता सी मणिकंदन ने खरीदा है। जब मणिकंदन को यह पता चला कि यह संपत्ति सुंदर पिचाई की है तो उन्होंने इसे खरीदने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार इस डील को फाइनल होने में चार महीने का समय लगा। इस सौदे में सबसे दिलचस्प बात यह है कि संपत्ति के कागज सौंपते समय गूगल सीईओ के पिता आरएस पिचाई रोने लगे थे।

द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, मणिकंदन एक रियल एस्टेट डिवलपर होने के नाते अपने फेमस ब्रांड चेल्लप्पस बिल्डर्स के तहत लगभग 300 घरों का निर्माण कर चुके हैं। वह सुंदर पिचाई की संपत्ति से जुडी प्रतिष्ठा से नहीं बल्कि पिचाई के माता-पिता द्वारा दिखाई गई विनम्रता से प्रभावित हुए।

4 महीने लगे

रिपोर्ट में कहा गया कि तमिल अभिनेता मणिकंदन ने करीब चार महीने तक इस प्रॉपर्टी को खरीदने के लिए इंतजार किया। क्योंकि उस समय सुंदर पिचाई के पिता अमेरिका में रह रहे थे।

मणिकंदन ने द हिंदू को बताया ,” सुंदर पिचाई की मां ने मेरे लिए फ़िल्टर कॉफी बनाई थी और उनके पिता ने मुझे पहली मुलाकात में ही दस्तावेज सौंपने की पेशकश की थी। मैं दोनों के आतिथ्य और विनम्रता से मंत्रमुग्ध हो गया था। ” उन्होंने यह भी कहा कि पिचाई के पिता ने पंजीकरण और हस्तांतरण प्रक्रिया को तेज करने के लिए सुंदर पिचाई के नाम का इस्तेमाल नहीं किया।

“वास्तव में उनके पिता ने पंजीकरण कार्यालय में घंटों इंतजार किया, मुझे कागजात सौंपने से पहले सभी टैक्स का भुगतान किया। ” मणिकंदन ने कहा।

बता दें, गूगल के वर्तमान सीईओ सुंदर पिचाई ने आईआईटी खगड़पुर से इंजीनियरिंग करने से पहले इसी घर में अपना शुरूआती समय बिताया था। एक पड़ोसी के अनुसार, सुंदर पिचाई 20 साल की उम्र तक इसी घर में रहे थे। पिछले साल दिसंबर महीने में चेन्नई की यात्रा के दौरान पिचाई ने इस घर की बालकनी में खड़े होकर सेल्फी भी ली थी।

मणिकंदन ने बताया ,” जब सुंदर पिचाई के पिता ने पैतृक घर के दस्तावेज मुझे सौंपे तो वह रोने लगे थे क्योंकि यह उनका पहला घर था। “

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