Site icon www.4Pillar.news

हरियाणा सरकार किसानों की खस्ता हालत पर नहीं दे रही है ध्यान:सांसद सुशील गुप्ता

दिल्ली से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता का कहना है कि हरियाणा के किसानों की हालत बहुत खस्ता है और सरकार उनकी तरफ कतई ध्यान नहीं दे रही है। 20 लाख करोड़ रुपए का जो पैकेज घोषित किया है उसका सीधा लाभ किसान को नहीं मिल रहा।

दिल्ली से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता का कहना है कि हरियाणा के किसानों की हालत बहुत खस्ता है और सरकार उनकी तरफ कतई ध्यान नहीं दे रही है। 20 लाख करोड़ रुपए का जो पैकेज घोषित किया है उसका सीधा लाभ किसान को नहीं मिल रहा।

 राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता

आम आदमी पार्टी हरियाणा के संयोजक एवं दिल्ली से राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने पंचकूला में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि हरियाणा के किसानों की हालत बहुत खस्ता है और सरकार उनकी ओर कतई ध्यान नहीं दे रही है। जिसके चलते प्रदेश का किसान एक बार फिर आर्थिक संकट से जूझ रहा है।

राहत पैकेज

सांसद ने कहा ,पैकेज में किसान को जो कर्ज देने की बात कही गई है उसकी अधिसूचना अभी तक जारी नहीं की गई।   बैंक किसान को कर्ज देने से मना कर रहे हैं क्योंकि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। हरियाणा के किसान जो फल फूल सब्जियां एवं टमाटर इत्यादि उगाते हैं, उन्हें वे भाव नहीं मिल रहे जो उनकी लागत को पूरा कर सकें। इससे तो अच्छा होता कि सरकार ऐसी कोई योजना बनाती की किसान के खाते में सीधे पैसे जाते ताकि वह अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर पाता ।

किसान भुखमरी की कगार पर

आप हरियाणा संयोजक ने कहा, आज हालात यह है कि राज्य का किसान भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है क्योंकि ना तो उसे उसकी गेहूं की उपज का सही दाम मिल रहा है और जिस दाम पर उसकी उपज की बिक्री हुई है, उसका आज तक उसे भुगतान नहीं हो पाया है । यही हाल प्रदेश के फल एवं सब्जी उगाने वाले किसान का भी है । उसे भी अपनी उपज का पूरा दाम नहीं मिल पा रहा है।

फसलों के भाव

उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज किसान को 1 से 3 रुपए किलो टमाटर का भाव मिल रहा है। जबकि उसकी खुद की लागत 10 से 12 रुपए के बीच में है । इसी के चलते किसान अपने टमाटर एवं अन्य सब्जियां सड़कों या खेतों के बीच में ही नष्ट करने को मजबूर हैं।

सुशील गुप्ता ने सरकार से मांग की है कि किसानों को उनकी फसलों का उचित मुआवजा दिया जाए अन्यथा प्रदेश का किसान इस कोरोना वायरस संकट की घड़ी में टूट जाएगा।

Exit mobile version