ख़ुफ़िया रिपोर्ट के अनुसार फरवरी में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले जैसा आतंकी हमला करने की फ़िराक में सीमा पार से कई बार आतंकी भारत में घुसने की कोशिश कर चुके हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री Amit Shah शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से बातचीत कर रहे हैं। इस मीटिंग में रॉ प्रमुख सामंत गोयल ,आईबी चीफ अरविंदर कुमार, केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा और अन्य अधिकारी मौजूद हैं। यह मीटिंग जम्मू-कश्मीर में हो रहे तनाव के लिए हो रही है। ख़ुफ़िया इनपुट के आधार पर मिली जानकारी के अनुसार आतंकवादी घाटी में फिर से पुलवामा जैसा हमला करने की फ़िराक में हैं। इसको ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर में भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों को तुरंत प्रभाव से जम्मू-कश्मीर छोड़ने के लिए कहा गया है।
ख़ुफ़ियासूत्रों ने बताया कि आतंकियों ने 29 जुलाई से 31 जुलाई तक कई बार भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की। सेना ने शनिवार को बताया था कि पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम के पांच जवानों को मार गिराया है। ये भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम शुक्रवार को घुसपैठ की कोशिश की थी जिसको भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए नाकाम कर दिया। भारतीय सेना की इस करवाई में पाकिस्तान के 7 आतंकी, सैनिक मारे गए।
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सेना को संदेश भेजा है कि सफेद झंडा लेकर आओ और इन शवों को वापिस ले जाओ। लेकिन इस पर पाकिस्तान की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। आपको बता दें पिछले 50 घंटे में घाटी में जैश के 4 आतंकी मारे गए हैं। मारे गए आतंकियों के पास से स्नाइपर राइफल ,आईईडी और पाकिस्तान में बनी बारूदी सुरंग बरामद हुई है।
वही मेंढर सेक्टर में पाकिस्तान की सेना ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए ‘स्माल आर्म्स’से गोलाबारी की है। पाकिस्तान की सेना मोर्टर से गोले भी दागे हैं। सेना के एक अधिकारी के अनुसार पाकिस्तान की सेना न केवल आतंकवादियों को हथियार देती है बल्कि घुसपैठ कराने में भी मदद करती है। सेना ने यह भी स्पष्ट तौर पर कहा है कि पाकिस्तान की इन हरकतों का वो मुंहतोड़ जवाब देते रहेंगे। सेना एलओसी के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की हर हरकत का जवाब देते रहेंगे।
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