International Film Festival : ज्यूरी हेड नादव लापीड़ ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को कहा- अश्लील और प्रोपगैंडा फिल्म
IFFI 2022 : इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के ज्यूरी हेड नादव लापीड़ ( Nadav Lapid ) ने विवेक रंजन अग्निहोत्री की द कश्मीर फाइल्स ( The Kashmir Files) फिल्म को अश्लील और प्रोपगैंडा बताया है। सोमवार को दिए गए इजरायली फिल्ममेकर के इस बयान के बाद बवाल मच गया।
53वां इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ इंडिया सोमवार के दिन के विवादित ब्यान के साथ खत्म हो गया। शो के समापन समारोह के दौरान ज्यूरी हेड नादव लापीड़ ने विवेक अग्निहोत्री की ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म की आलोचना की है। नादव ने कहा कि यह फिल्म सिर्फ प्रोपगैंडा फ़ैलाने के लिए थी।
ज्यूरी हेड ने कहा ,” द कश्मीर फाइल्स फिल्म को देखकर हम सभी हैरान और परेशान थे। ये फिल्म सिर्फ प्रचार के लिए बनी थी और बहुत वाहियात थी। यह फिल्म इस तरह के प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के लिए सही नहीं है। अब क्योंकि यह उत्सव होने की भावना एक आलोचनात्मक चर्चा को भी स्वीकार करना है। जो कला और जीवन के लिए जरूरी है। ” आपको बता दें , द कश्मीर फाइल्स फिल्म पिछले हफ्ते ही फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई थी।
सिंगापूर में बैन
इससे पहले सिंगापूर के सिटी स्टेट फिल्म क्लासिफिकेशन के गाइडलाइंस के अनुसार इस फिल्म को बैन कर दिया था। हालांकि कुछ विदेशों में फिल्म को नेगेटिव रिस्पॉन्स मिला था लेकिन भारत में द कश्मीर फाइल्स को बहुत पसंद किया गया था। विवेक रंजन अग्निहोत्री के निर्देशन में बनीं फिल्म इस साल की बॉलीवुड मूवीज की बेस्ट में से एक है। इस फिल्म में 1990 में जम्मू कश्मीर में मारे गए कश्मीरी पंडितों की कहानी को दिखाया गया था। फिल्म में मुख्य भूमिका अनुपम खेर मिथुन चक्रवर्ती और पल्ल्वी जोशी ने अहम किरदार निभाए थे।
इतना की नहीं कई बीजेपी शासित राज्यों में द कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री कर दिया गया था
विवाद शुरू
गोवा में आयोजित भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में इजराइल के फिल्म निर्माता और ज्यूरी हेड द्वारा द कश्मीर फाइल्स को प्रोपगैंडा और वल्गर बताने के बाद विवाद शुरू हो गया है। फिल्म में कश्मीरी पंडित की भूमिका निभाने वाले अभिनेता अनुपम खेर ने कहा ,” झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों न हो. .. सत्य के मुकाबले हमेशा छोटा ही होता है। ” अपने ट्वीट में उन्होंने कुछ तस्वीरें भी साझा की हैं।
अशोक पंडित का ट्वीट
I take strong objection to the language used by Mr. Nadav Lapid for #kashmirFiles .
Depicting the genocide of 3 lakh #KashmiriHindus cannot be called vulgar .
I as a filmmaker & a #KashmiriPandit condemn this shameless act of abuse towards victims of terrorism .— Ashoke Pandit (@ashokepandit) November 28, 2022
IFFI ज्यूरी हेड नादव लापीड़ के ब्यान पर फ़िल्मकार अशोक पंडित ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। अशोक पंडित ने लिखा ,” नादव लापीड़ ने द कश्मीर फाइल्स के लिए जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है , उस पर कड़ी आपत्ति है। तीन लाख कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार को दिखाना वल्गर नहीं कहा जा सकता। मैं एक फिल्म निर्माता और कश्मीरी पंडित के रूप में आतंकवाद पीड़ितों के प्रति इस शर्मनाक ब्यान की निंदा करता हूं। “