AK-203 Sher rifle का भारतीय सेना ने किया प्रदर्शन, वीडियो देखकर उड़ जाएंगे होश

AK-203 Sher rifle: भारतीय सेना ने हाल ही में एक रोमांचक सामरिक वीडियो शेयर किया। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में AK-203 Sher rifle का प्रदर्शन किया गया।

शेर राइफल लॉन्च

हाल ही में, 23 नवंबर 2025 को भारतीय सेना ने एक रोमांचक सामरिक वीडियो जारी किया है। जिसमें AK-203 ‘शेर’ राइफल का प्रभावी प्रदर्शन दिखाया गया है। यह वीडियो भारतीय सेना की आधुनिकीकरण प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जो पुरानी INSAS राइफलों को बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम दर्शाता है।

AK-203 Sher rifle का विवरण

भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर 24 सेकंड का छोटा लेकिन प्रभावशाली वीडियो शेयर किया है। जिसमें AK-203 Sher rifle का प्रदर्शन किया गया। वीडियो में भारतीय सैनिकों को अमेठी (उत्तर प्रदेश) में निर्मित AK-203 ‘शेर’ राइफल को तेजी से असेंबल करते और फायरिंग करते दिखाया गया है।

यह क्लिप सामरिक परिदृश्यों में राइफल की त्वरित हैंडलिंग, सटीकता और विश्वसनीयता को उजागर करती है। इसमें सैनिकों के प्रशिक्षण, राइफल के मॉडर्न फीचर्स (जैसे पिकाटिनी रेल्स के साथ ऑप्टिक्स माउंटिंग) और उच्च फायरिंग रेट का प्रदर्शन है।

शेर राइफल दिखाने का उद्देश्य

यह वीडियो सेना की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल को बढ़ावा देता है। जो स्वदेशी उत्पादन और सैन्य क्षमताओं को मजबूत करने पर केंद्रित है। यह INSAS की कमियों (जैसे जाम होने की समस्या) को दूर करने वाली नई राइफल की क्षमताओं को जनता के सामने लाता है।

शेर राइफल क्या है ?

AK-203 राइफल रूसी कलाश्निकोव सीरीज की आधुनिक AK-200 वेरिएंट है। जो 7.62×39mm कार्ट्रिज पर काम करती है। भारत में इसे ‘शेर’ नाम दिया गया है। जो साहस और शक्ति का प्रतीक है। यह राइफल 2010 के दशक में विकसित की गई थी और भारतीय सेना की चौथी पीढ़ी की स्टैंडर्ड इश्यू राइफल है।

AK-203 Sher rifle की तकनीकी विशेषताएं
  • फायरिंग रेट: प्रति मिनट 700 राउंड ,INSAS से काफी बेहतर।
  • मारक क्षमता : प्रभावी दूरी 800 मीटर
  • जन: लगभग 3.8 किलोग्राम (INSAS के 4.15 किलोग्राम से हल्का)।
  • लंबाई: बटस्टॉक के बिना 705 मिमी (INSAS के 960 मिमी से छोटा, अधिक मोबाइल)।
  • मैगजीन: 30 कार्ट्रिज क्षमता

अन्य फीचर्स: गैस-ऑपरेटेड, सेलेक्ट-फायर, पिकाटिनी रेल्स (ऑप्टिक्स, लाइट्स, बाइपॉड्स के लिए), एर्गोनॉमिक ग्रिप और स्टॉक। यह काउंटर-इंसर्जेंसी और बॉर्डर ऑपरेशंस के लिए डिजाइन की गई है। शेर राइफल INSAS की तुलना में अधिक विश्वसनीय, सटीक और रखरखाव में आसान है। यह ठंडे और गर्म दोनों मौसमों में बेहतर प्रदर्शन करती है।

AK-203 Sher rifle: इंडो-रशियन साझेदारी का उत्पाद

यह राइफल इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) द्वारा अमेठी, उत्तर प्रदेश के कोरवा में निर्मित हो रही है। IRRPL एक जॉइंट वेंचर है। जिसमें भारत की अदानी ग्रुप (25% हिस्सेदारी) और रूस की कलाश्निकोव कंसर्न शामिल हैं।

AK-203 Sher rifle का कॉन्ट्रैक्ट किसने लिया 

2021 में 5,200 करोड़ रुपये का समझौता हुआ। जिसके तहत 6,01,427 राइफलों का उत्पादन होगा। पहली खेप 2022 में रूसी सप्लाई से आई, लेकिन अब 100% स्वदेशी उत्पादन पर फोकस है। शेयर राइफल का वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें

AK-203 Sher rifle का सेना के लिए महत्व

INSAS (1994 से सेवा में) की समस्याओं (जैसे 5.56mm कार्ट्रिज की कम स्टॉपिंग पावर) को दूर करेगी। AK-203 की 7.62mm कार्ट्रिज अधिक घातक है। यह राइफल  काउंटर-टेररिज्म और बॉर्डर युद्धों में फायदेमंद है।

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