ISRO ने लांच किया RISAT-2B उपग्रह
आज 22 मई को देश का सबसे नया माइक्रोवेव पृथ्वी अवलोकन उपग्रह लांच किया गया। उपग्रह जमीन से 557 किलोमीटर ऊपर अपनी कक्षा में स्थापित हुआ। उपग्रह मौसम का पूर्वानुमान बताने और सेना के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उपग्रह कृषि संबंधी सूचनाएं भेजने और राहत और बचाव कार्यों में भी मदद करेगा।
उपग्रह को श्रीहरिकोटा के भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन से लांच किया गया। इसरो के अध्यक्ष डॉक्टर सीवन ने कहा कि इसरो ने दो महत्वपूर्ण माध्यमिक या पिगीबैक परीक्षण पेलोड शामिल किए हैं जो भविष्य में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे।
615 किलोग्राम के RISAT-2B ने सुबह साढ़े पांच बजे पीएसएलवी लांचर से उड़ान भरी। उड़ान के लगभग 15 मिनट बाद यह 37 डिग्री के झुकाव के साथ अपनी कक्षा में स्थापित हो गया। उपग्रह ने परिक्रमा करना भी शुरू कर दिया है। इसरो के अनुसार यह उपग्रह कृषि वानिकी और आपदा प्रबंधन में भी सहयोग करेगा।
भारत ने दस वर्षों में तीसरे रिसेट उपग्रह को लांच किया है। साल 2009 में इजराइल द्वारा निर्मित रिसेट-1 और 2012 में RISAT-2B का सफल परीक्षण किया। पहले दो उपग्रह अपने जीवन के अंत में पहुंच चुके हैं।
🇮🇳 #ISROMissions 🇮🇳
For those who missed watching the launch live, take a look at the majestic lift-off of #PSLVC46!
Mission accomplished successfully! pic.twitter.com/Nec1XkQ7bt
— ISRO (@isro) May 22, 2019
वर्तमान PSLV-C46 को इसके कोर अकेले संस्करण में डिजाइन किया गया था जो कि स्ट्रैप-ऑन मोटर्स था। चेन्नई से लगभग 100 किमी दूर और तटीय आंध्र प्रदेश में स्थित अंतरिक्ष बंदरगाह ने इससे पहले GSLV और GSLV मार्क III सहित कुल 72 मिशनों को संभाला है।