आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन फ्रॉड बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं। हजारों किलोमीटर दूर बैठे हैकर्स आपके मोबाइल , लैपटॉप और कंप्यूटर का पूरा डेटा एक चुटकी में चुरा लेते हैं। आइए, जानते हैं हैकर्स कैसे आपको निशाना बनाते हैं और आप उनके जाल में फसने से कैसे बच सकते हैं।
तकनीकी दौर में हर किसी की जिंदगी आसान हो गई है लेकिन कुछ लोगों को इस का खामियाजा भी भुगतना पड़ता है। जी हां, यहां हम बात कर रहे हैं कि डिजिटल युग में हैकर किसी को भी अपना निशाना बना सकते हैं। ऑनलाइन फ्रॉड के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं।
हालांकि, साइबर अपराध को रोकने के लिए कई एजेंसियां दिन रात काम कर रही हैं। लेकिन उन्हें ज्यादातर मामलों में सफलता नहीं मिल पाती है। अगर आप भी ऑनलाइन फ्रॉड से बचना चाहते हैं तो इसके लिए आपको खुद कुछ सावधानियां बरतनी होंगी।
साइबर क्राइम
भारत साइबर क्राइम के मामलों में हर साल इजाफा हो रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 के शुरू के दो महीनों में 212485 लाख साइबर क्राइम के मामले दर्ज हो चुके हैं। इनके अलावा कुछ लोग ऐसे भी हो सकते हैं जिन्होंने कहीं कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है।
ऐसे करते है डाटा चोरी
हैकर्स लोगों को लुभावने ऑफर देते हैं। यदि किसी यूजर ने उनके द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक कर दिया तो समझो वो ऑनलाइन अपराधियों के जाल में फस चूका है। हैकर्स यूजर्स को ईमेल अटैचमेंट , SMS भेजकर या फिर किसी लिंक को डाउनलोड करवाकर अपने जाल में फ़साते हैं। इसके अलावा आप किसी वायरस इन्फेक्टेड वेबसाइट पर विजिट करके भी फस सकते हैं।
Spyware
जब आप बिना सोचे समझे किसी गलत लिंक पर क्लिक पर कर देते हैं तो आपके लैपटॉप या मोबाइल में वायरस घुस जाता है। ये वायरस चुपचाप आपकी ब्राउजिंग की आदतें और सर्च को मॉनिटर करता रहता है। वायरस आपकी सभी निजी जानकारियों को इकट्ठा करता रहता है। जिसके बाद आप फ्रॉड का शिकार होते हैं।
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कैसे बचें ?
- अनजान वेबसाइट पर विजिट न करें।
- गलत मैसेज पर क्लिक न करें।
- अपने पर्सनल एकाउंट्स को सिक्योर रखें।
- फ्री सॉफ्टवेयर और एप्लिकेशन को इनस्टॉल न करें।
- कंप्यूटर या मोबाइल को अपडेट करते रहें।
- लैपटॉप या कंप्यूटर में एंटी वायरस इनस्टॉल करें।
इस तरह आप ऑनलाइन ठगी या फ्रॉड का शिकार होने से खुद को बचा सकते हैं।