जानिए क्या होता है टूलकिट ? दिशा रवि को दिल्ली पुलिस ने क्यों किया गिरफ्तार?

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार की गई दिशा रवि पर आरोप है कि उन्होंने किसान आंदोलन के समर्थन में बनाई गई टूलकिट को एडिट किया और उसे सोशल मीडिया पर शेयर किया।

दिशा रवि को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार 

यह वही टूलकिट है जिसको स्वीडन मूल की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने अपने ट्विटर अकाउंट पर किसानों के समर्थन में साझा किया था। दिल्ली पटियाला हाउस कोर्ट ने बेंगलुरु की जलवायु कार्यकर्ता 21 वर्षीय दिशा रवि को दिल्ली पुलिस को 5 दिनों के रिमांड पर सौंपा है। उन्हें टूलकिट मामले में शनिवार को गिरफ्तार किया गया था।

दिल्ली पुलिस ने अपराधिक साजिश रचने के आरोप में टूलकिट को एडिट करने वालों के खिलाफ एफ आई आर नंबर 49/21 दर्ज किया था।पुलिस का आरोप है कि टूलकिट मामला खालिस्तानी ग्रुप को दोबारा खड़ा करने और भारत के खिलाफ एक बड़ी साजिश रचने के लिए किया गया है। दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा में टूलकिट की साजिश के संकेत दिए हैं।

दिल्ली पुलिस ने दिशा रवि पर आरोप लगाया है कि उन्होंने किसान आंदोलन के समर्थन में बनाई गई टूलकिट को एडिट किया और उसको सोशल मीडिया पर साझा किया। यह वही टूलकिट है जिसको स्वीडिश मूल की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा किया था। पुलिस ने ट्वीट कर कहा है कि दिशा रवि टूलकिट की एडिटर है और उसने डाक्यूमेंट्स को तैयार करने से लेकर उसे सोशल मीडिया पर साझा करने में मुख्य भूमिका निभाई है।

किसे कहते हैं टूलकिट ?

गूगल डॉक्यूमेंट को आपने अपने मोबाइल में देखा होगा यह इस्तेमाल किया होगा। यह टूलकिट भी उसी तरह है। टूल किट किसी भी मुद्दे को समझाने के लिए बनाया गया गूगल डॉक्यूमेंट होता है। यह इस बात की जानकारी देता है कि किसी भी समस्या के समाधान के लिए क्या-क्या किया जाना चाहिए। इसमें एक्शन प्वाइंट दर्ज होते हैं। इसे ही टूलकिट कहते हैं। इसका इस्तेमाल सोशल मीडिया के संदर्भ में होता ह। जिसमें सोशल मीडिया पर कैंपेन स्ट्रेटजी के अलावा वास्तविक रूप में सामूहिक प्रदर्शन, आंदोलन करने से जुड़ी जानकारी दी जाती है। इसमें किसी भी मुद्दे पर

विश्व में हो रहा है टूलकिट का इस्तेमाल

चिताओं का विरोध प्रदर्शन और जन आंदोलनों के बारे में जानकारी को शामिल किया जा सकता है। आज के दौर में दुनिया भर में अलग-अलग जगहों पर जो भी आंदोलन हो रहे हैं। जिसमें चाहे ब्लैक लाइफ मैटर हो या अमेरिका एंटी लॉक डाउन प्रोटेस्ट या फिर दुनिया भर के क्लाइमेट स्ट्राइक कैंपेन हों । सभी मामलों में आंदोलन से जुड़े लोग टूल किट के जरिए एक्शन प्वाइंट तैयार करते हैं और आंदोलन को आगे बढ़ाते हैं।

ग्रेटा थनबर्ग ने शेयर किया टूलकिट

बता दे, 3 फरवरी को पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने सबसे पहले किसान आंदोलन के समर्थन से जुड़ा एक टूलकिट ट्विटर पर साझा किया था। हालांकि बाद में उन्होंने उसे डिलीट भी कर दिया। उसमें ग्रेटर ने लिखा था,” अगर आप किसानों की मदद करना चाहते हैं तो आप इस टूल किट की मदद ले सकते हैं। इसके बाद फिर 4 फरवरी को ग्रेटा ने दोबारा टूलकिट शेयर किया और लिखा,” यह नई टूलकिट है। जिसे उन लोगों ने बनाया है ।जो इस समय भारत में जमीन पर काम कर रहे हैं। इसके जरिए आप चाहे तो उनकी (किसानों ) की मदद कर सकते हैं।

दिल्ली पुलिस ने इस टूलकिट को देश में विद्रोह पैदा करने वाला डॉक्यूमेंट बताते हुए इसके लेखकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 124 ए 153a 153 120 बी के तहत केस दर्ज कर लिया है। हालांकि इस मामले में किसी का नाम शामिल नहीं किया गया है।

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