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Mukhtar Ansari Dead : मेरे पिता को जेल में धीमा जहर देकर मारा गया; मुख़्तार अंसारी के बेटे का बड़ा दावा

Mukhtar Ansari Death : मेरे पिता को जेल में धीमा जहर देकर मारा गया; मुख़्तार अंसारी के बेटे का बड़ा दावा

Mukhtar Ansari Dead: जेल में बंद गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनके बेटे उमर अंसारी ने बड़ा दावा किया है। उमर अंसारी ने कहा कि मेरे पिता को जेल में धीमा जहर देकर मारा गया है, हम अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।

मुख़्तार अंसारी की मौत के कुछ ही घंटे बाद उनके बेटे उमर अंसारी बड़ा दावा किया है। उमर अंसारी ने कहा कि उनके पिता की मौत दिल का दौरा पड़ने से नहीं हुई है बल्कि उन्हे जेल में धीमा जहर दिया गया था। जिसकी वजह से उंनकी मौत हुई है। इस मामले की जंच के लिए उमर अंसारी ने अदालत का दरवाजा खटखटाने की बात कही है।

उमर अंसारी ने कहा,” मैं उनसे दो दिन पहले जेल में मिलने के लिए आया था। लेकिन हमें मिलने की अनुमति नहीं दी गई। हम पहले भी कहते आ रहे हैं और अब भी कह रहे हैं कि उन्हें ( मुख़्तार अंसारी ) धीमा जहर दिया गया है। उन्हें 19 मार्च को रात के खाने में जहर दिया गया था। हम अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। क्योंकि हमे उस पर भरोसा है। ”

मुख़्तार अंसारी ने खुद कोर्ट को बताया था कि उन्हें जहर दिया गया है

गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी को 26 मार्च को बांदा जिला के अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां उनके मूत्र पथ संक्रमण का पता चला था। उन्हें तुरंत अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई ( ICU ) में भर्ती किया गया। जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने अंसारी की सर्जरी की सिफारिश की थी। इससे कुछ दिन पहले मुख़्तार अंसारी ने बाराबंकी की अदालत को बताया था कि उन्हें जेल के अंदर जहर मिला हुआ भोजन दिया गया। जिसके बाद उनकी तबियत खराब हो गई।

अंसारी ने जताई थी हत्या की आशंका

मुख्तार अंसारी ने 21 मार्च को अपने आवेदन में अदालत को लिखा था कि उन्हें जब 19 मार्च को बांदा जेल में जो खाना दिया गया था तो उन्हें ऐसा लगा कि भोजन में कुछ मिला हुआ है। जिसके बाद उनकी नसों और अंगों में दर्द होने लगा था। आवेदन में कहा गया था कि भोजन करने के बाद में  उनके शरीर में दर्द फ़ैल गया। उस समय उन्हें ऐसा लग रहा था कि वह मर जाएंगे। जबकि इससे पहले वह पूरी तरह से स्वस्थ थे।

उन्होंने आरोप लगाया था कि 40 दिन पहले उनके भोजन में धीमा जहर दिया गया था। जेल में खाना पकाने वाले कर्मचारियों ने इसे चखा था और वे बीमार पड़  गए थे। अंसारी ने आरोप लगाया था कि बांदा जेल में उनकी जान को खतरा है और 19 मार्च को उनके खाने में जहर मिलाया गया था।

बाराबंकी एमपी-एमएलए कोर्ट में लगाई थी अर्जी

मुख्तार अंसारी के वकील की ओर से बाराबंकी एमपी-एमएलए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर मेडिकल बोर्ड गठित करके इलाज की गुहार लगाई गई थी।

उमर अंसारी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि उनके पिता के शव का पोस्टमॉर्टम शुक्रवार को किया जाएगा। पोस्टमॉर्टम के लिए पांच डॉक्टरों का पैनल बनाया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद वे हमे शव दे देंगे। फिर हम आगे प्रक्रिया शुरू करेंगे।

इसी बीच, मुख्तार अंसारी का शव बांदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए फोरेंसिक टीम को सौंप दिया गया है।

5 बार एमएलए रह चुके थे मुख्तार अंसारी

बता दें, मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश के मऊ से पांच बार विधायक रह चुके हैं। हाल ही में उन्होंने जेल अपनी हत्या की आशंका जताई थी। डॉक्टरों के अनुसार, गुरुवार शाम को उनका दिल का दौरा पड़ने के कारण निधन हो गया था। वह बांदा जेल में बंद थे और उन्हें तबियत बिगड़ने के बाद रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में लाया गया। उन्हें बेहोशी की हालत में गुरुवार रात 08:25 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया। 9 डॉक्टरों का पैनल उनका इलाज कर रहा थे लेकिन दिल का दौरा पड़ने के बाद उनका निधन हो गया।

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