
Aryan Mishra murder case: हरियाणा के फरीदाबाद में गौ रक्षकों के हाथों मारे गए आर्यन मिश्रा की हत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। कई सामाजिक संस्थाओं ने इस मर्डर केस की CBI जांच की मांग उठाई है।
Aryan Mishra हत्याकांड
23 अगस्त को गौरक्षकों द्वारा मारे गए 12वीं कक्षा के छात्र 18 वर्षीय आर्यन मिश्रा की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। वहीं, पांच सामाजिक संगठनों ने डीसी को ज्ञापन देने की बात कही है।
Aryan Mishra की साजिश के तहत हुई हत्या
Aryan Mishra की हत्या के मामले में रविवार को कई सामाजिक संगठनों ने बैठकें की हैं। फरीदाबाद संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल का एक सदस्य पीड़ित परिवार से मिला। आर्यन के पिता सियानंद मिश्रा ने बताया कि उनके बेटे की हत्या साजिश के तहत हुइ है। इस हत्याकांड में कई अपराधियों का हाथ है।
आर्यन मिश्रा हत्याकांड में खुलासा हुआ कि छात्र की हत्या के बाद आरोपी दिल्ली के बवाना इलाके में छिप गए थे। हरियाणा पुलिस आरोपियों को पनाह देने वालों की तलाश कर रही है।
दोस्तों संग मैगी खाने निकला था आर्यन मिश्रा, गौरक्षकों ने कार का 30 KM तक पीछा कर गोली मारी
गौ सेवा टास्क फ़ोर्स ने की Aryan Mishra की हत्या
दूसरी तरफ हरियाणा गौ सेवा टास्क फ़ोर्स के उपाध्यक्ष पूर्ण मल यादव ने आरोपी अनिल कौशिक की सदस्यता रद्द करने की बात कहीं है। आर्यन हत्याकांड का मुख्य आरोपी अनिल कौशिक हरियाणा के फरीदाबाद जिले गौ सेवा टास्क फोर्स का मेंबर था। पुलिस ने उसके पास से अवैध हथियार बरामद किया है। इसी हथियार से आर्यन को गोलियां मारी गई थी।
सीसीटीवी कैमरों की मदद से हुई पहचान
23 अगस्त को फरीदाबाद में आर्यन मिश्रा की हत्या को अंजाम देने के बाद अनिल कौशिक अपने सहयोगियों सहित दिल्ली के बवाना में छुप गया था। पुलिस को दिल्ली आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग के गदपुरी टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपियों को पहचानने में मदद मिली। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की थी। आरोपियों को दिल्ली में गिफ्तार किया गया।
बताया गया कि आरोपी अनिल कौशिक स्थानीय लोगों पर रौब जमाने के लिए अपनी कार पर पुलिस की लाइट और सायरन लगा लेता था। आर्यन हत्यकांड के समय भी वही हुआ।
अनिल ने अपनी कार पर पुलिस का सायरन और लाइट लगाई हुई थी। आर्यन मिश्रा का दोस्त अनिल कौशिक को पुलिस समझकर डर गया था और उसने अपनी कार की स्पीड बढ़ा ली थी। कौशिक और उसके सहयोगियों ने कार 30 किलोमीटर तक पीछा किया और आर्यन को गोली मार दी। पकड़े गए पांचों आरोपियों के नाम अनिल कौशिक, कृष्ण, वरुण, आदेश और सौरभ हैं।
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