धरना दे रहे पहलवानों ने कहा कि हमारे मेडलों को 15-15 रुपए के बताने वाले अब हमारी नौकरी के पीछे पड़ गए हैं। बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट ने ट्वीट कर कहा कि इंसाफ के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
भारतीय कुश्ती संघ प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवान सोमवार को अपनी नौकरी पर लौट गए हैं। तीनों पहलवान भारतीय रेलवे में नौकरी करते हैं। रेलवे पब्लिक रिलेशन के डीजी योगेश बवेजा ने इस बात की पुष्टि की है। इसके कुछ देर बाद ही बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें नौकरी का डर दिखाया जा रहा है।
बजरंग पुनिया का ट्वीट
पहलवानों ने सोमवार के दिन विरोध प्रदर्शन से हटने की खबरों को ख़ारिज किया है। बजरंग पुनिया ने ट्वीट कर इस तरह की खबरों का खंडन किया है। बजरंग पुनिया ने लिखा,” हमारे मेडलों की 15-15 के बताने वाले अब हमारी नौकरी के पीछे पड़ गए हैं। हमारी जिंदगी दांव पर लगी हुई है, उसके आगे नौकरी तो बहुत छोटी चीज है। अगर नौकरी इंसाफ के रास्ते में बाधा बनती दिखी तो उसको त्यागने में हम दस सेकेंड का वक्त भी नहीं लगाएंगे। नौकरी का डर मत दिखाइए। ”
साक्षी मलिक का ट्वीट
वहीं, साक्षी मलिक ने धरना खत्म करने की खबरों का खंडन करते हुए कहा ,” ये खबर बिल्कुल गलत है। इंसाफ के लड़ाई में न हम में से कोई पीछे हटा है न हटेगा। सत्यग्रह के साथ-साथ रेलवे में अपनी जिम्मेदारी को निभा रही हूं। इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई गलत खबर न चलाई जाए। ” दरअसल, न्यूज़ टीवी चैनल ‘आजतक’ ने एक खबर चलाई थी। जिसमें कहा गया था कि पहलवान साक्षी मलिक प्रदर्शन से हट गई है और नाम वापस लेने के बाद रेलवे की नौकरी ज्वाइन कर ली है। ”
विनेश फोगट ने ट्वीट कर कहा ,” महिला पहलवान किस ट्रामा से गुजर रही हैं। इस बात का एहसास भी है फर्जी खबर फ़ैलाने वालों को ? कमजोर मीडिया की टांगे हैं जो किसी गुंडे के हंटर के आगे कांपने लगती हैं, महिला पहलवान नहीं। ”
अमित शाह से मुलाकात
बता दें, इससे पहले शनिवार के दिन महिला पहलवान गृहमंत्री अमित शाह से मिली थीं। उन्होंने गृहमंत्री से WFI प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ निष्पक्ष जांच का अनुरोध किया था।