शोधकर्ताओं का दावा: बुध ग्रह की सतह के नीचे है हीरों का भंडार

शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि सूर्य के सबसे नजदीकी ग्रहों में से एक बुध ग्रह पर हीरे की मौजूदगी है। इसके अलावा बुध ग्रह में चुंबकीय क्षेत्र की भी पुष्टि हुई है। ये दावा सेंटर फॉर हाई प्रेशर साइंस एंड टेक्नोलॉजी रिसर्च के वैज्ञानिकों ने किया है।

वैज्ञानिकों ने बुध ग्रह की सतह में बड़ी मात्रा में हीरे की मौजूदगी का दावा किया है। शोधकर्ताओं ने शोध के बाद कहा कि बुध ग्रह की सतह के नीचे हीरे की एक मोटी परत हो सकती है। बीजिंग स्थित Centre For High Pressure science and Technology Research शोधकर्ताओं ने ये  दावा किया है। रिसर्च सेंटर के वैज्ञानिक यनहाओ लिन ने कहा कि बुध ग्रह की अत्यधिक उच्च कार्बन सामग्री ये बताती है कि इस ग्रह के अंदर कुछ खास है।

उन्होंने बताया कि बुध ग्रह में पृथ्वी की अपेक्षा कम चुंबकीय क्षेत्र की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। इसके अलावा अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मैसेंजर अंतरिक्ष यान ने भी एक अध्ययन में बुध ग्रह की सतह पर घने काले क्षेत्रों की खोज की थी। इन क्षेत्रों को ग्रेफाइट के रूप में पहचाना गया।

नेचर कम्युनिकेशन मैगज़ीन में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, ग्रह की सरंचना और असामान्य चुंबकीय क्षेत्र पर प्रकाश डालते हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि ग्रहों का निर्माण एक गर्म लावा महासागर के ठंडे होने के बाद हुआ है। उन्होंने ग्रह पर सिलिकेट और कार्बन से भरा होने की संभावना जताई है।

इससे पहले 2019 में भी ऐसा ही एक अध्ययन किया गया था। जिसमें कार्बन हीरे में क्रिस्टलीकृत होने की बात कही गई थी।

शोधकर्ताओं की एक टीम ने जिसमें बेल्जियम और चीन के कई वैज्ञानिक शामिल थे , ने बुध ग्रह पर हीरे की संभावना को जांचने के लिए सिलिका, कार्बन और लोहे का रासायनिक मिश्रण तैयार किया। जिसमें आयरन सल्फाइड की अलग-अलग सांद्रताएँ डालकर रासायनिक मिश्रणों को 7  गिगापिक्सल तक का दबाव दिया गया। दबाव की ये परिस्थितियां बुध ग्रह के भीतर पाई जाने वाली परिस्थितियों को दर्शाती हैं।

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