Sachin Yadav ने World Athletics Championship 2025 में 86.27 मीटर भाला फेंककर Neeraj Chopra को पीछे छोड़ दिया है। जानिए कौन हैं सचिन यादव।
Sachin Yadav का परिचय
सचिन यादव (Sachin Yadav) भारत के एक प्रमुख भाला फेंक (जैवलिन थ्रो) एथलीट हैं। जो हाल ही में World Athletics Championship 2025 के फाइनल में 86.27 मीटर की दूरी के साथ अपनी पर्सनल बेस्ट दूरी हासिल करने के लिए चर्चा में आए। यह दूरी न केवल उनकी व्यक्तिगत रिकॉर्ड को तोड़ने वाली है। बल्कि उन्हें भारत के चौथे एथलीट के रूप में 86 मीटर से अधिक फेंकने का गौरव दिलाती है। नीचे उनके जन्म, निवास स्थान, शिक्षा, रिकॉर्ड, खेल स्तर और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।
सचिन यादव का जन्म और उम्र
सचिन यादव का जन्म 25 अक्टूबर 1999 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के खेकड़ा गांव में हुआ। वे वर्तमान में 25 वर्ष के हैं।
Sachin Yadav का परिवार
Sachin Yadav एक किसान परिवार से आते हैं। उनके पिता नरेश यादव और मां सीता यादव किसानी करते हैं। उनके एक बड़ा भाई विपिन यादव और एक बहन हैं। परिवार का मुख्य व्यवसाय कृषि करना है।
सचिन यादव कैसे बनें जैवलिन थ्रोअर
Sachin Yadav बचपन में सचिन क्रिकेट के शौकीन थे। वे स्थानीय लीग में क्रिकेट खेलते थे, लेकिन उनका करियर वहां तक सीमित था। 2019 में उनके पड़ोसी और उत्तर प्रदेश पुलिस के हेड कांस्टेबल संदीप यादव ने उन्हें क्रिकेट मैच के दौरान गेंदबाजी करते देखा और उनकी ऊंचाई (लगभग 6 फीट 5 इंच या 1.96 मीटर) तथा तेज बाजू की स्पीड को देखते हुए भाला फेंक के लिए प्रोत्साहित किया। संदीप ने ही उन्हें इस खेल की शुरुआत सिखाई।
Sachin Yadav अब उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के रूप में कार्यरत हैं। जिसके कारण उनका मुख्य निवास लखनऊ या दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों में है। वे दिल्ली में प्रशिक्षण लेते हैं। जहां उनके कोच नवल सिंह (द्रोणाचार्य अवॉर्ड विजेता) हैं। जो पैरालंपिक चैंपियन सुमित अंतिल और नवदीप सिंह जैसे एथलीटों को भी ट्रेनिंग देते हैं।
सचिन यादव की शिक्षा
Sachin Yadav ने अपनी स्कूली शिक्षा उत्तर प्रदेश के स्थानीय स्तर पर पूरी की। खेल में प्रवेश के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस में नौकरी प्राप्त करने के लिए आवश्यक योग्यता हासिल की। 2024 में उन्होंने ऑल इंडिया पुलिस एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लिया और रिकॉर्ड तोड़ा। जो उनकी पुलिस सेवा के साथ खेल को संतुलित करने की क्षमता दर्शाता है। वे खेल को प्राथमिकता देते हुए औपचारिक शिक्षा से अधिक व्यावहारिक प्रशिक्षण पर फोकस करते हैं। उच्च शिक्षा या डिग्री के बारे में कोई स्पष्ट उल्लेख नहीं है।
खेल करियर
सचिन का भाला फेंक करियर अपेक्षाकृत नया है। लेकिन तेजी से उभरता हुआ। उन्होंने 2019 में इस खेल की शुरुआत की और चोटों (जैसे कोहनी की सर्जरी) के बावजूद 2022 से लगातार सुधार किया। वे Neeraj Chopra को अपना आदर्श मानते हैं। उनका प्रवेश नीरज के प्रभाव से स्वतंत्र था।
वे कहते हैं, “नीरज भाई ने मुझे जेवलिन क्या है, यह सिखाया, लेकिन मैं अपना रास्ता खुद बना रहा हूं।” उनकी तकनीक (शांत और लंबी स्ट्राइड वाली) है। जो पाकिस्तान के अर्शद नदीम से मिलती-जुलती है। जिसके कारण तुलना की जाती है। वजन लगभग 107 किलोग्राम होने से उनकी फिजिकल स्ट्रेंथ मजबूत है।
सचिन यादव के रिकॉर्ड
2024 में पुलिस चैंपियनशिप में 30 वर्ष पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। 2025 नेशनल गेम्स में गेम्स रिकॉर्ड स्थापित। 86.27m के साथ वे भारत के ऑल-टाइम लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं (नीरज चोपड़ा 89.94m, किशोर जेना 87.54m, शिवपाल सिंह 86.23m के बाद)
सचिन भारत के शीर्ष भाला फेंक एथलीटों में से एक हैं। नीरज चोपड़ा के बाद वे दूसरे प्रमुख नाम हैं। 2024-25 में उन्होंने कई 80m+ थ्रो किए। वे उत्तर प्रदेश और पुलिस टीम के लिए खेलते हैं।
पहला बड़ा इंटरनेशनल मेडल एशियन चैंपियनशिप्स 2025 में रजत। वर्ल्ड चैंपियनशिप्स 2025 में डेब्यू पर फाइनल में पहुंचना ऐतिहासिक है। यह तीसरा मौका है जब भारत के दो एथलीट (नीरज के साथ) वर्ल्ड चैंपियनशिप्स जेवलिन फाइनल में हैं। वे ओलंपिक क्वालीफिकेशन (85.50m) के करीब हैं और 2028 ओलंपिक के संभावित दावेदार माने जाते हैं।