Sharda University: यूपी के ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी की छात्रा ने स्टाफ के उत्पीड़न से तंग आकर सुसाइड कर लिया। जिसके बाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों के विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया।
Sharda University की छात्रा ने स्टाफ के उत्पीड़न से तंग आकर किया सुसाइड
शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा की Sharda University की BDS सेकंड ईयर की छात्रा ने स्टाफ की मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। 21 वर्षीय छात्रा रौशनी (बदला हुआ नाम ) ने मंडेला गर्ल्स हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा। जिसमें उसने यूनिवर्सिटी के स्टाफ पर मानसिक रूप से तंग करने का आरोप लगाया। छात्रा ने सुसाइड नोट में प्रोफेसर शैरी वशिष्ट और प्रोफेसर महेंद्र चौहान पर उत्पीड़न का आरोप लगाया।
मृतका ने सुसाइड नोट लिखा
छात्रा ने सुसाइड नोट में लिखा ,” अगर मेरी मौत हुई तो इसके लिए पीसीपी और डेंटल मेडिकल के टीचर जिम्मेदार होंगे। महेंद्र सर और शैरी मेरी मौत के लिए जिम्मेदार हैं। मैं चाहती हूँ कि वे जेल जाएं। उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। उन्होंने मुझे अपमानित किया। मैं उनकी वजह से लंबे समय से तनाव में हूँ। मैं चाहती हूँ कि उन्हें भी यही सब सहना पड़े। सॉरी, मैं अब और नहीं जी सकती। ”
छात्रा की आत्महत्या का कारण
मृतका के दोस्तों और सहपाठियों के अनुसार, यूनिवसिटी के स्टाफ ने उनपर एक फाइल पर फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोप लगाया था। जिसके कारण वह पिछले कुछ दिनों से तनाव में थी। उन्हें तीन दिन तक पीसीपी डिपार्टमेंट में से भगाया गया। मामला HOD तक पहुंचा, जिन्होंने पीड़िता से कहा कि उन्होंने खुद फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं। विभागाध्यक्ष ने छात्रा को अपने माता पिता को बुलाने के लिए कहा। सोमवार को उसके माता पिता आए, जिसके बाद छात्रा को फाइल दी गई। इसके अलावा शिक्षकों ने उसे फेल करने की भी धमकी दी थी। जिसके बाद वह खूब रोइ और मानसिक तनाव में चली गई।
शारदा यूनिवर्सिटी में छात्रों का प्रदर्शन
छात्रा की आत्महत्या की खबर फैलते ही Sharda University के अन्य छात्रों में आक्रोश फ़ैल गया। शुक्रवार देर रात और शनिवार सुबह को छात्रों ने यूनिवर्सिटी कैंपस में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन और दोषी शिक्षकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्र निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। इसी बीच मौके पर पहुंची पुलिस और छात्रों के बीच तनाव देखने को मिला। पुलिस ने छात्रों को तीतर भीतर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। मृतका की मां ने दावा किया है कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी हत्या हुई है।
पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन की कार्रवाई
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मृतक छात्रा का शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मृतिका के परिवारवालों की तहरीर के आधार पर नॉलेज पार्क पुलिस स्टेशन में दो प्रोफेसरों, महेंद्र चौहान और शैरी वशिष्ट को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले में डीन सहित सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीसीपी ने बताया कि जांच चल रही है और सुसाइड नोट के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
Sharda University के PRO डॉ अजित कुमार ने कहा ,”यूनिवर्सिटी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। दोनों आरोपी प्रोफेसरों को जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया गया है। मामले की जाँच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी की जांच के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।