8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया था। नोटबंदी के आठ साल बाद वही सवाल फिर से राज्य सभा में गूंजा। जिसके जवाब में केंद्र सरकार ने कहा कि फ़िलहाल कोई योजना नहीं है।
शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन राज्य सभा में कहा गया कि केंद्र सरकार की नोटबंदी की फ़िलहाल कोई योजना नही है। कांग्रेस पार्टी के सांसद राजीव शुक्ला द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में यह बात कही गई है। केंद्र सरकार ने कहा कि यदि देश की अर्थव्यस्था में उछाल आता है तो उसकी फिर से नोटबंदी की कोई योजना नहीं है।
कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में वित्तमंत्रालय द्वारा कहा गया कि सरकार कम नकदी वाली अर्थव्यस्था और डिजिटल भुगतान को बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा ,”मुद्रा स्फीति के कारण बैंक नोटों की मांग को पूरा करने की आवश्यकता है। जीडीपी दर में वृद्धि , फ़टे पुराने नोटों का बदलना , रिजर्व स्टॉक की जरूरत , भुगतान के मोड़ में बढ़ोतरी आदि पर प्रिंट किए जाने वाले नोटों की मात्रा पर निर्भर है।
लॉकडाउन की घोषणा एक विनाशकारी निर्णय:जस्टिस काटजू
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा ,” सरकार रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के परामर्श से प्रत्येक वर्ष प्रिंट किए जाने वाले नोटों का मूल्य तय करती है। ” नोटबंदी के सवाल पर उन्होंने कहा कि फ़िलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है।