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TRP Game Zone Fire: राजकोट गेम जोन अग्निकांड का काला सच आया सामने, 30 लोगों की मौत का कारण बनी ये लापरवाही

मई 26, 2024 | by

The dark truth of Rajkot Game Zone fire came to light, this negligence became the reason for the death of 30 people

Rajkot TRP Game Zone Fire: गुजरात के राजकोट में टीआरपी गेम जोन में हुए भीषण अग्निकांड का काला सच सामने आ गया है। गेम जोन में लगी आग के कारण 9 बच्चों सहित 30 लोग झुलस कर मर गए हैं। अब इस हादसे का जिम्मेदार कौन है, ये सवाल सबसे जरूरी है।

गुजरात के राजकोट के एक गेम जोन में लगी आग के कारण 30 लोग झुलस कर मर गए हैं। 25 मई की शाम को लगी आग पर अग्निशमन दल ने तीन घंटे से भी अधिक की मशक्त के बाद काबू पा लिया। गेम जोन में लगी आग के असली कारणों का अभी तक आधिकारिक खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस की प्रथम दृष्टया रिपोर्ट के कारण हादसे का कारण गेम जोन में स्टॉक किया गया पेट्रोल और डीजल था। पेट्रोल डीजल की वजह से ही आग बेकाबू हो गई और 30 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे।

समाचार चैनल आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, TRP Game Zone में जनरेटर चलाने के लिए लगभग 2000 लीटर पेट्रोल रखा हुआ था। जो कार रेसिंग के लिए भी लगभग 1300 लीटर पेट्रोल रखा था। जानकारी के अनुसार,शार्ट सर्किट से लगी आग पेट्रोल डीजल के स्टॉक तक पहुंच गई। जिसके बाद आग तेजी से भड़क गई। भीषण आग के कारण गेम जोन का पूरा ढांचा जलकर ख़ाक हो गया। हादसे के समय वहां बहुत लोग और बच्चे गेम्स का आनंद ले रहे थे।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के हवाले से, राजकोट नगरपालिका के उप-आयुक्त स्वप्लिन खरे ने कहा,” गेम जोन ने ‘नो फायर ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट के लिए आवेदन नहीं किया हुआ था। गेमिंग जोन के विवरण की जांच की जा रही है। लेकिन अभी तक ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं मिला,जिससे पता चल सके कि गेम जोन के मालिक ने फायर एनओसी के लिए आवेदन किया हो। गेम जोन की मंजूरी के लिए भी नगर निगम में कोई आवेदन नहीं किया गया।

अग्निकांड के बाद राजकोट गेम जोन के मैनेजर नितिन जैन और उसके सहयोगी युवराज सिंह सोलंकी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। दोनों को शनिवार देर रात हिरासत में लिया गया। पुलिस इससे पूछताछ कर रही है।

शनिवार को क्यों बढ़ी भीड़ ?

दरअसल, टीआरपी गेम जोन ने शनिवार के दिन एंट्री फीस को घटाकर 99 रुपए कर दिया था। वीकएंड पर बच्चों और बड़ों को लुभाने के लिए यह स्कीम चलाई गई थी। इसी वजह से शनिवार को भीड़ बढ़ गई। जिस समय यह हादसा हुआ, उस समय लोग अलग-अलग गेम्स का आनद ले रहे थे। गेम जोन के एक ही निकास द्वार है।

अग्निकांड की जांच के लिए टीम का गठन

टीआरपी गेम जोन में हुए भीषण अग्निकांड के बाद सरकार ने एक पांच मेंबर की टीम का गठन किया है। गुजरात सरकार द्वारा गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम की अध्यक्षता अपर पुलिस महानिदेशक सुभाष त्रिवेदी कर रहे हैं।

घटनास्थल पर पहुंचे सीएम भूपेंद्र पटेल

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी आज सुबह अग्निकांड में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए राजकोट के अस्पताल में पहुंचे। उन्होंने घायलों से मुलाकात की। इससे पहले राज्य सरकार ने हादसे में मृतक लोगों के परिवारों को 4-4 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए मुआवजा देने का एलान किया था।

फायर ब्रिगेड ने 3 घंटे में आग पर काबू पाया

शनिवार के दिन टीआरपी गेम जोन में आग करीब साढ़े चार बजे लगी थी। इस आग पर अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्त के बाद काबू पा लिया था। राजकोट के जिला कलेक्टर प्रभात जोशी ने बताया,’ हमें करीब 04:30 बजे टीआरपी गेम जोन में आग लगने की सुचना मिली थी। घटनास्थल पर अग्निशमन विभाग की गाड़ियां और एंबुलेंस पहुंची। बचाव कार्य जारी है। हम लगातार सीएम भूपेंद्र पटेल के साथ संपर्क में हैं। “

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