प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन कश्मीर की तैयारी जून के तीसरे हफ्ते में शुरू कर दी थी। इस मिशन के बारे में बहुत कम लोगों को पता था। इस मिशन की कमान गृहमंत्री अमित शाह को दी गई थी। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कोर टीम के साथ मिलकर इस मिशन पर काम किया था।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाला आर्टिकल 370(Article 370) खत्म कर दिया है। केंद्र सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले से पहले देशभर में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। क्योंकि घाटी में अर्धसैनिक बलों की भारी संख्या में तैनाती और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती, उमर अब्दुल्ला और अलगाववादी नेता सज्जाद लोन को नज़रबंद करने के बाद यह मामला और गर्मा गया था। हालांकि, सोमवार को अमित शाह ने राज्य सभा में सारी स्थिति साफ कर दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून के तीसरे हफ्ते में शुरू करते हुए 1987 बैच के छतीसगढ कैडर के आईएएस अधिकारी बीवीआर सुब्रमण्यम को जम्मू-कश्मीर का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया। वह मोदी के इस मिशन में मुख्य अधिकारियों में से एक थे।
‘मिशन कश्मीर’ का पूरा काम अमित शाह को दिया गया। शाह ने रविशंकर प्रसाद के साथ उनकी कोर टीम के साथ क़ानूनी पहलुओं की समीक्षा की। जिसमें कानून और न्याय सचिव अलोक श्रीवास्तव ,अतिरिक्त सचिव आरएस वर्मा ,अटॉर्नी जनरल वेणुगोपाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा और उनकी चुनी हुई टीम थी।
इसके साथ ही ‘आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और उनके सहयोगी ‘भैयाजी’ जोशी को इस बारे में अमित शाह ने जानकारी दी थी। मिशन कश्मीर में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को इस मिशन के बारे में पूरी जानकारी थी।