NEET Paper Scam: नीट अभ्यर्थी अनुराग यादव ने पटना के शास्त्रीनगर पुलिस स्टेशन में अपना इकबालिया ब्यान दर्ज कराया है। अनुराग ने कहा कि लीक नीट पेपर उन्हें परीक्षा से पहले ही मिल गया था। यादव ने कहा कि पेपर की सेटिंग उसके फूफा ने कराई थी।
नीट परीक्षा के परिणामों में अनियमितताओं के सिसिले में गिरफ्तार किए गए राष्ट्रीय सह प्रवेश परीक्षा के अभ्यर्थी अनुराग यादव ने पुलिस को एक लिखित ब्यान में स्वीकार किया कि उन्हें प्रदान किया गया लीक प्रश्नपत्र वास्तविक परीक्षा प्रश्नपत्र से शत प्रतिशत मेल खाता है। यादव ने कहा कि सेंटर पर भी वही प्रश्नपत्र मिला, जो एक दिन पहले ही उसे उसके फूफा ने मुहैया कराया था। उसने लीक प्रश्नपत्र को रातभर रटा और अगले दिन परीक्षा में वही प्रश्न आए। अनुराग का कहना है कि उसे कोटा से पटना बुलाया गया था और रातभर लीक प्रश्नपत्र को रटवाया गया था।
NEET-UG में टॉपर्स को लेकर मचा हंगामा
दरअसल, लोकसभा 2024 के परिणामों के दिन यानि 4 जून को नीट परीक्षा का रिजल्ट आया था। इस परीक्षा में पहली बार सबसे ज्यादा टॉपर बने थे, 67 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिले थे। टॉपर्स की लिस्ट देखने के बाद परीक्षा में धांधली का मुद्दा उठाया गया। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया और 13 जून को कोर्ट की फटकार के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने ग्रेस मार्क्स पाने वाले छात्रों की परीक्षा दोबरा आयोजित करने का फैसला लिया।
गुजरात और बिहार में हुई गिरफ्तारियां
नीट पेपर लीक मामले में गुजरात से 5 और बिहार से 13 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं। पटना से जिन 13 लोगों को आर्थिक अपराध इकाई ने गिरफ्तार किया है, उनमें 4 छात्र भी शामिल हैं। इन छात्रों में से एक अनुराग यादव भी है। जिसने नीट स्कैम का खुलासा किया है। गुजरात पुलिस और बिहार पुलिस की छानबीन से पता चला कि नीट पेपर लीक हुआ था और गिरोह ने छात्रों से पास कराने के लिए 30 -30 रुपए तक वसूले थे।
सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं छात्र
छात्र 4 जून से ही नीट पेपर की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और एनटीए इस बात पर अडिग हैं कि पेपर लीक नहीं हुआ है। हालांकि, शिक्षा मंत्री ने कहा कि नीट परीक्षा में गड़बड़ी पाए जाने पर दोषियों को बख्सा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा,” किसी बच्चे के करियर के साथ खिलवाड़ नहीं होगा। यह मामला सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में है। कोर्ट के आदेश अनुसार, जो भी कदम उठाने पड़ेंगे, सरकार उसे पूरा करेगी। ”
फूफा ने सेटिंग कराई
इसी मामले में बिहार पुलिस ने छात्र अनुराग यादव के फूफा जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु से पूछताछ की। उसने पुलिस की पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे किए। सिकंदर ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह इस धांधली में संलिप्त था और उसने अपने भतीजे अनुराग यादव के लिए पेपर लीक में भूमिका निभाई थी।
अनुराग यादव ने पुलिस को दिया लिखित ब्यान
अभ्यर्थी अनुराग यादव ने अपने इकबालिया ब्यान में कहा,” मेरा नाम अनुराग यादव है। मेरी उम्र 22 वर्ष है। मैं समस्तीपुर जिला का रहने वाला हूं। मैं अपनी सफाई में अपना बयान बिना किसी दबाव, बिना किसी भय के, बिना किसी लालच के शास्त्रीनगर थाने में दरोगा तेज नारायण सिंह के समक्ष दे रहा हूं। मैं NEET परीक्षा की तैयारी कोटा के एलेन कोचिंग सेंटर में कर रहा था। मेरे फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु नगर परिषद दानापुर में जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात हैं। फूफा द्वारा बताया गया कि पांच मई 2024 को नीट पेपर है। कोटा से वापिस आ जाओ। परीक्षा की सेटिंग हो चुकी है। ”
यादव ने कहा,”मैं वापस आ गया और मेरे फूफा ने 4 मई 2024 की रात में मुझे नितीश कुमार और अमित आनंद के पास छोड़ दिया। यहां मुझे नीट परीक्षा का लीक प्रश्नपत्र और उत्तार पुस्तिका दी गई। मेरा सेंटर डीवाई पाटिल स्कूल में था। मैं सेंटर पर परीक्षा देने गया तो वही प्रश्नपत्र था,जो मुझे रात में रटवाया गया था। परीक्षा के बाद अचानक पुलिस आई और मुझे पकड़ लिया। मैंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। यही मेरा ब्यान है। ”
शिक्षा मंत्रालय ने रिपोर्ट तलब की
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार,केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार के दिन पटना में नीट परीक्षा के आयोजन में हुई अनियमितताओं के संबंध में पटना पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से रिपोर्ट तलब की है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा,” पटना में नीट परीक्षा के आयोजन में कुछ अनियमितताओं के संबंध में पुलिस की EOU से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही सरकार आगे की कार्रवाई करेगी। ”
बता दें, नीट यूजी परीक्षा का आयोजन 5 मई 2024 को हुआ था। इस परीक्षा में 4750 केंद्रों पर लगभग 24 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। नतीजे 4 जून को आए थे।