NEET पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को बड़ी कामयाबी मिली है। CBI की टीम ने बिहार के धनबाद जिला के एक तालाब से 7 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इन मोबाइल फोनों का इस्तेमाल पेपर लीक के समय किया गया था।
नीट पेपर लीक मामले में जैसे जैसे जांच एजेंसियों की जांच आगे बढ़ रही है, हर रोज नए तथ्य सामने आ रहे हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी इस मामले में अब तक 36 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। गिरफ्तार किए गए लोगों में पेपर माफिया, छात्र और पेपर कंडक्ट कराने वाली टीम के सदस्य शामिल हैं। इसी कड़ी में सीबीआई ने बिहार के धनबाद जिला से पेपर लीक के एक और आरोपी पवन कुमार को गिरफ्तार किया है। उसकी निशानदेही पर एक तालाब से सात टूटे हुए मोबाइल फोन और कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं।
सीबीआई को नीट पेपर लीक करने के लिए इस्तेमाल किए गए फोन उस समय मिले जब जांच एजेंसी आरोपी पवन कुमार और एक अन्य को लेकर झरिया के नुनडीह स्थित शहीद गुरदास चटर्जी फुटबॉल मैदान के नजदीक भाट तालाब पहुंची। दोनों आरोपियों की निशानदेही पर स्थानीय लोगों की मदद से कई घंटे की मेहनत के बाद तालाब से एप्पल के दो फोन समेत टूटे हुए सात मोबाइल फोन बरामद हुए। इन सभी फोन को बोरी में बांधकर तालाब में फेंका गया था।
सीबीआई के अनुसार, तालाब से मिले मोबाइल फोन से ही पेपर लीक किया गया था और उत्तर परीक्षार्थियों तक पहुंचाए गए थे। गौरतलब है, पेपर माफियाओं ने कई नीट छात्रों से 30 से 35 लाख रुपए तक लिए थे। यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था।
अब बरामद मोबाइल फोन की फोरेंसिक जांच कर डाटा को निकाला जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की कार्रवाई को देखते हुए आरोपियों ने सभी मोबाइल फोन को बोरी में बांधकर तालाब में फेंक दिया था।
बता दें, नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई अब तक 36 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। इसी मामले में सीबीआई झरिया में रेड मार चुकी है। जांच एजेंसी ने पेपर सॉल्व करने के मामले में एम्स पटना के कई छात्रों को हिरासत में लिया है।