नए वित्त वर्ष की शुरुआत में केंद्र सरकार ने मध्यम वर्ग और आम आदमी को तगड़ा झटका दिया है। पीपीएफ ब्याज पिछले 46 साल में सबसे कम कर दिया है। ब्याज दरें घटाने पर विशाल डडलानी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है।
सरकार द्वारा ब्याज दरें घटाए जाने पर विशाल डडलानी ने एक ट्वीट के माध्यम से केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। डडलानी ने अपने ट्वीट में लिखा,” मुबारक हो भारत। खास तौर पर सीनियर सिटीजन और मध्यम वर्ग आप ने जो सरकार चुनी थी। उसने आपकी स्माल सेविंग को घटा दिया है। पीपीएफ 7.1 प्रतिशत से घटाकर 6.4 प्रतिशत कर दिया। एनएससी 6.8 प्रतिशत से 5.9 प्रतिशत कर दिया है। सीनियर सिटीजन बचत को 7.4 सेघटाकर 6.5% कर दिया है ।शेर पाला है तो और भी ‘अच्छे दिन’ आने वाले हैं।
बता दें नए वित्त वर्ष की शुरुवात में केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बड़ी कटौती की है। जिसमें सबसे बड़ा झटका पब्लिक प्रोविडेंट फंड धारकों को लगने वाला है। सरकार ने पब्लिक प्रोविडेंट फंड और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों पर कैंची चला दी है। पीपीएफ ब्याज दर अब 6.4 फ़ीसदी कर दिया गया है। इससे पहले पीपीएफ पर 7.1% ब्याज मिलता था।
जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार की पीपीएफ पर ब्याज पिछले 46 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। इससे पहले 1974 में पीपीएफ पर ब्याज 7 फ़ीसदी से कम मिलता था ।
नई दरें 1 अप्रैल 2021 से लागू की जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने जो अन्य ब्याज दरों पर कटौती की है वह इस प्रकार है। किसान विकास पत्र ब्याज दर 6.9 से घटाकर 6.2 प्रतिशत कर दिया है। एनएससी यानि नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट ब्याज दर में 0.9 फ़ीसदी की बड़ी कटौती की गई है। अब इस स्कीम में निवेशकों को 5.9 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा जबकि पहले 6.4 फ़ीसदी मिलता था।
इसके अलावा सरकार ने ब्याज में सबसे ज्यादा कटौती 1 साल के टाइम डिपॉजिट पर की है। 1 साल के लिए डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज दर को 5.5 से घटाकर 4.4 कर दिया गया है। यानी व सीधे तौर पर 1.1 की कटौती हुई है।