मिथुन चक्रवर्ती ने अपने संघर्ष के समय को याद करते हुए बताया कि उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा आ गया था जब वे आत्महत्या करने के बारे में भी सोचने लगे थे।  

जब सुसाइड करना चाहते थे मिथुन चक्रवर्ती, याद किए स्ट्रगल के वो दिन  

मिथुन चक्रवर्ती ने अपने संघर्ष के समय को याद करते हुए बताया कि उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा आ गया था जब वे आत्महत्या करने के बारे में भी सोचने लगे थे।

बॉलीवुड के दिग्गज कलाकारों में से एक मिथुन चक्रवर्ती कंई दशकों से दर्शकों को एंटरटेन करते आ रहे है। उम्र के इस पड़ाव पर भी अभिनेता फिल्मों में सक्रिय है। मिथुन चक्रवर्ती ने अपने फ़िल्मी करियर में कंई हिट फ़िल्में दी है। एक्शन हो या फिर कॉमेडी उन्होंने अपने हर एक अंदाज से फैंस के दिलों में जगह बनाई है और परिणामस्वरूप उनके फैंस आज उन्हें प्यार से मिथुन दा कहकर बुलाते है।

परंतु मिथुन दा के लिए ये सब कुछ हासिल करना इतना आसान नहीं था। हाल ही में अभिनेता ने एक इंटरव्यू के दौरान अपनी जिंदगी के कुछ कड़वे सच उजागर किए है, जिनके बारे में शायद ही फैंस जानते होंगे।

बंगाली फिल्मों में आएँगे नजर

ईटाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में मिथुन चक्रवर्ती ने कहा, ‘मैंने अब तक 370 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है लेकिन आज भी मैं किसी फिल्म की शूटिंग के पहले दिन काफी नर्वस फील करता हूँ। उन्होंने बताया कि वे बंगाली फ़िल्में करने जा रहे है जिसके लिए वे बेहद उत्साहित है। क्योंकि शूटिंग कोलकाता में है तो उन्हें कंई सारी मेमोरीज भी याद आ रही है।

सुसाइड करने के बारे में सोचते थे मिथुन

मिथुन चक्रवर्ती से इंटरव्यू के दौरान जब पूछा गया कि आपके करियर का सबसे बुरा दौर कौन सा था और आपने उससे कैसे डील की ? इस सवाल के जवाब में मिथुन ने कहा कि, “मैं आमतौर पर इस बारे में ज्यादा बात करना पसंद नहीं करता हूँ और ऐसा कोई फेज भी नहीं है जिसके बारे में मुझे बात करनी चाहिए। हम उन संघर्ष के दिनों को याद नहीं करते क्योंकि यह एक आर्टिस्ट को निराश कर सकता है।”

अभिनेता ने आगे कहा कि, “हर किसी को स्ट्रगल करना पड़ता है लेकिन मेरा स्ट्रगल कुछ ज्यादा ही था। कभी-कभी मुझे लगता था कि मैं अपने लक्ष्य को हासिल ही नहीं कर पाऊँगा। इस दौरान मैंने आत्महत्या करने के बारे में भी सोचा। मैं कुछ कारणों से वापिस कोलकाता भी नहीं लौट सका। लेकिन मेरी सलाह है कि बिना लड़े अपनी जिंदगी को खत्म करने के बारे में कभी नहीं सोचना चाहिए। मैं एक बोर्न फाइटर हूँ, मुझे हारना नहीं आता और देखिए आज मैं कहाँ खड़ा हूँ।”


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