Nuh Violence: नूंह हिंसा में अब तक 6 की मौत, 116 गिरफ्तार, 5 अगस्त तक इंटरनेट बंद
हरियाणा के नूंह में हुई दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प में 2 पुलिस कर्मियों समेत 6 लोगों की जान चली गई है। इस घटना के बाद तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीँ 41 पर एफआईआर दर्ज की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, हरियाणा के पांच जिलों में पांच अगस्त तक इंटरनेट सेवायें बंद रहेंगी। राज्य सरकार ने अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद करने का फैसला लिया है। फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम, सोहना, मानेसर और पटौदी में इंटेरनेट सेवायें बंद रहेंगी।
हरियाणा सरकार ने नूंह,फरीदाबाद , गुरुग्राम, पलवल, पटौदी , सोहना और मानेसर में इंटरनेट सेवाएं बंद करने का फैसला लिया है। सरकार ने स्थिति को तनावपूर्ण देखते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद की हैं। इंटरनेट सेवाएं पांच अगस्त को रात 12 बजे तक बंद रहेंगी। हरियाणा सरकार ने ये कदम राज्य में अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए उठाया है।
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि मोनू मानेसर राजस्थान पुलिस द्वारा एक मामले में वांछित है। राजस्थान पुलिस मोनू पर कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। स्थिति को काबू में करने के लिए सीएम खट्टर ने केंद्र सरकार से अर्धसैनिक बलों की मांग की है।
महिला जज बाल बाल बचीं
नूंह में हुए सांप्रदायिक दंगों में एक महिला जज और उनकी तीन साल की बच्ची बाल बाल बचीं हैं। दंगाइयों की भीड़ ने महिला जज की कार को जला दिया था। किसी तरह महिला जज ने खुद की और तीन साल की बच्ची की जान बचाई। जज के साथ उनका गनर, ड्राइवर और एक अन्य व्यक्ति भी मौजूद था।
पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार, नूंह की अडिशनल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अंजलि जैन अपने स्टाफ के साथ रास्ते में थीं। वह शहीद हसन खान मेवाती सरकारी कॉलेज से घर आ रही थीं। उसी समय उग्र भीड़ ने उनकी कार पर पत्थर फेंके। एक पत्थर कार पर लगा। कार का शीशा टूट गया। जज किसी तरह कार से निकल कर हरियाणा रोडवेज की वर्कशॉप में जाकर छुप गई और अपनी जान बचाई। जज की निजी कार को दंगाइयों ने जला दिया था।