Site icon www.4Pillar.news

टिकट कटने पर वरुण गांधी ने पीलीभीत के नाम लिखा भावुक खत, कहा-सदैव कार्य करता रहूंगा,भले ही कोई कीमत चुकानी पड़े

टिकट कटने पर वरुण गांधी ने पीलीभीत के नाम लिखा भावुक खत, कहा-सदैव कार्य करता रहूंगा, भले ही कोई कीमत चुकानी पड़े

वरुण गांधी ने पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से अपना टिकट कटने के बाद भावुक खत लिखा है। वरुण गांधी ने लिखा कि एक सांसद के तौर पर भले ही मेरा कार्यकाल समाप्त हो गया हो लेकिन मेरा रिश्ता अंतिम सांस तक रहेगा।

पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी का टिकट कटने के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के नाम एक भावनात्मक पत्र लिखा है। वरुण गांधी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक पत्र साझा किया है। जिसमें उन्होंने पीलीभीत आने से लेकर सांसद बनने तक और यहां की जनता से जुड़ाव का जिक्र किया है।

वरुण गांधी ने अपने पत्र में साफतौर पर लिखा कि वह यहां राजनीति में आम आदमी की आवाज उठाने के लिए आए थे और हमेशा आवाज उठाते रहेंगे। कहा कि मैं हमेशा जनता की सेवा करता रहूंगा , भले ही मुझे इसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े।

वरुण गांधी का पीलीभीत की जनता के नाम पत्र

पीलीभीत वासियों को मेरा प्रणाम। आज मैं जब यह पत्र लिख रहा हूं तो अनगिनत यादों ने मुझे भावुक कर दिया। मुझे तीन साल का वो छोटा बच्चा याद है जो अपनी मां की ऊँगली पकड़कर 1983 में यहां आया था। उसे कहां पता था कि एक दिन यह धरती उसकी कर्म भूमि और यहां के लोग उसका परिवार बन जाएंगे। मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे वर्षों तक पीलीभीत की महान जनता की सेवा करने का मौका मिला। आपका प्रतिनिधि होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है। ”

वरुण गाँधी ने आगे लिखा,” एक सांसद के तौर पर भले ही मेरा कार्यकाल समाप्त हो रहा है पर पीलीभीत से मेरा रिश्ता अंतिम सांस तक खत्म नहीं हो सकता। सांसद के रूप में नहीं तो बेटे के तौर पर ही सही, मैं आजीवन आपकी सेवा के प्रति प्रतिबद्ध हूं। मेरे दरवाजे हमेशा आपके लिए खुले रहेंगे। मैं यहां आम आदमी की आवाज उठाने आया था और आज से आपसे वही आशीर्वाद मांगता हूं कि सदैव यह कार्य करता रहूं। भले ही इसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े। मेरा और पीलीभीत का रिश्ता प्रेमा और विश्वास का है जो किसी राजनितिक गुणा-भाग से बहुत ऊपर है। मैं आपका था , हूं और  रहूंगा। “

Exit mobile version