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Coronavirus : भारत ने किया वर्ल्ड का सबसे बड़ा लॉकडाउन, जानें लेटेस्ट अपडेट

मंगलवार की आधी रात को भारत सरकार ने अंतराष्ट्रीय हवाई उड़ानों के बाद घरेलू उड़ानों को भी बंद कर दिया है। मुंबई कोलकाता,दिल्ली और चेन्नई जैसे महानगरों चलने वाली लोकल और मेट्रो ट्रेनों को बंद का दिया गया है हालांकि विश्व के इतिहास में भारत सरकार द्वारा किए गए सबसे बड़े लॉकडाउन की वजह देश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर जरूर पड़ेगा। लेकिन वक्त की नजाकत को देखते हुए और कोरोना वायरस के खतरे को तीसरे चरण में यानी सामुदायिक प्रसार में पहुंचने से रोकने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का ये बहुत बड़ा कदम है। जैसा की सर्वविदित है ,अभी तक कोरोना वायरस के इलाज के लिए कोई दवाई या वैक्सीन भारत ही नहीं बल्कि विश्व में कहीं भी तैयार नहीं हो पाई है। इस समय कोविड 19 के संक्रमण को रोकने के लिए सबसे कारगर तरीका 'सोशल दिस्टांकिंग' ही है।

कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए भारत सरकार ने जनता कर्फ्यू के बाद देश भर में लॉकडाउन लागू कर दिया है। देश की अंतराष्ट्रीय सीमाओं से लेकर अंतरराज्यीय सीमाओं तक को सील कर दिया गया है। विदेश से आने वाले ज्यादातर यात्रियों पर पाबंदी लगा दी गई है। बस ,रेल और हवाई सेवा को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार देश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या 492 हो गई है। जिनमें से 446 मरीजों का इलाज चल रहा है। 36 मरीजों को इलाज के बाद ठीक होने पर छुट्टी दे दी गई है।भारत में कोरोना वायरस से अब तक 9 लोगों की मौत हो गई है। भारत कोरोना वायरस से संक्रमित 41 विदेशी नागरिक हैं। ये भी पढ़ें: जानिए क्या होता है महामारी एक्ट और सरकार कब करती है लागू

मंगलवार की आधी रात को भारत सरकार ने अंतराष्ट्रीय हवाई उड़ानों के बाद घरेलू उड़ानों को भी बंद कर दिया है। मुंबई कोलकाता,दिल्ली और चेन्नई जैसे महानगरों में चलने वाली लोकल और मेट्रो ट्रेनों को बंद का दिया गया है। ये भी पढ़ें: COVIDー19 पॉजिटिव सिंगर कनिका कपूर के संपर्क में आए 63 लोगों के टेस्ट नेगेटिव

हालांकि विश्व के इतिहास में भारत सरकार द्वारा किए गए सबसे बड़े लॉकडाउन की वजह देश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर ज़रूर पड़ेगा। लेकिन वक्त की नज़ाकत को देखते हुए और कोरोना वायरस के खतरे को तीसरे चरण में यानी सामुदायिक प्रसार में पहुंचने से रोकने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का ये बहुत बड़ा कदम है।

जैसा की सर्वविदित है ,अभी तक कोरोना वायरस के इलाज के लिए कोई दवाई या वैक्सीन भारत ही नहीं बल्कि विश्व में कहीं भी तैयार नहीं हो पाई है। इस समय COVID-19 के संक्रमण को रोकने के लिए सबसे कारगर तरीका सामाजिक व्यवस्था ही है। ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस को WHO ने घोषित किया महामारी,जानें खास बड़ी बातें

विश्वव्यापी आंकड़ा

यूरो न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार , पुरे विश्व में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 350,000 है। इस वायरस से विश्व भर में 15000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और एक लाख लोग इलाज के बाद थी हो गए हैं।

भारत का आंकड़ा

आपको बता दे,देश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या 492 हो गई है। जिनमें से 446 मरीजों का इलाज चल रहा है। 36 मरीजों को इलाज के बाद ठीक होने पर छुट्टी दे दी गई है। भारत में कोरोना वायरस से अब तक 9 लोगों की मौत हो गई है। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित 41 विदेशी नागरिक हैं।

 पीएम मोदी

ब्लूमबर्ग में प्रकाशित एक एक खबर के अनुसार , पीएम नरेंद्र ने सोमवार के दिन देश के शीर्ष उद्यमियों और बैंकरों के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल की थी। जिसमें उन्होंने नीति-निर्माताओं से ब्याज दरों को तुरंत कम से कम एक प्रतिशत कम करने, ग़रीब नागरिकों को नक़दी पहुंचाने और तथा लोन के भुगतान को निलंबित करने के लिए कहा है

विशेषज्ञों की राय

भारत में विश्व के सबसे बड़े लॉकडाउन के बाद भी देश का हाल इटली जैसा हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार इटली में भी शुरू में ज्यादा डराने वाले आंकड़े नहीं थे। बाद में अचानक कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई और मौत का आंकड़ा 6 हजार पार कर गया।

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