कानपूर हत्याकांड के आरोपी विकास दुबे की गिरफ्तारी घटना के 7 दिन बाद आज एमपी के उज्जैन में फ़िल्मी अंदाज में हुई। जिस पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने टिप्पणी करते हुए इसे सियाशी साजिश बताया है।
कानपूर के बिकारु गांव में पुलिस के एक DSP ,3 सब-इंस्पेक्टर और 4 पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद विकास दुबे और उसका गैंग फरार चल रहा था।
अलग-अलग एनकाउंटर में दुबे के 5 गुर्गे मारे जाने के बाद,गैंगस्टर ने आज मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर के पास पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
विकास दुबे के इस नाटकीय सरेंडर पर सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे हैं। एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने राज्य और बीजेपी सरकार की मंशा पर संदेह जताते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट कर सवाल दागे हैं।
“यूपी के कानपूर के कुख्यात गैंगस्टर, 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के उज्जैन में महाकाल मंदिर में खुद सरेंडर करने की घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। इसमें किसी बड़ी सियाशी साजिश की बू आ रही है। ” कमलनाथ के पहला ट्वीट।
अपने दूसरे ट्वीट में पूर्व सीएम ने लिखा ,” इतने बड़े इनामी अपराधी के जिसको पुलिस दिन-रात खोज रही है उसका कानपूर से सुरक्षित मध्य प्रदेश के उज्जैन तक आना और महाकाल मंदिर में प्रवेश करना और खुद चिल्ला चिल्ला कर खुद को गिरफ्तार करवाना ,कई संदेह को जन्म दे रहा है। किसी सरंक्षण की और इशारा कर रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए। ”
कमलनाथ ने आगे लिखा ,” हमने हमारी सरकार में माफियाओं के खिलाफ सतत बड़ा अभियान चलाया। जिसके कारण माफिया प्रदेश छोड़कर चले गए और अब भाजपा सरकार आते ही माफिया वापस प्रदेश लौटने लगे हैं। प्रदेश माफियाओं की सुरक्षित शरणस्थली बनता जा रहा है। “