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सियाचिन में भारतीय सेना के पहले अग्निवीर गावते अक्षय लक्ष्मण शहीद हुए, आर्मी ने दी भावुक विदाई

सियाचिन में भारतीय सेना के पहले अग्निवीर गावते अक्षय लक्ष्मण शहीद हुए, आर्मी ने दी भावुक विदाई

First Agniveer Gavate Akshay Laxman martyred: महाराष्ट्र के रहने वाले गावते अक्षय लक्ष्मण को भारतीय सेना ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी। वह सियाचिन में तैनात थे। अक्षय ने ड्यूटी के दौरान शहादत दी।

लद्दाख के सियाचिन में भारतीय सेना के पहले अग्निवीर गावते अक्षय लक्ष्मण ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए हैं। वह लाइन ऑफ़ ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले पहले अग्निवीर जवान हैं। गावते लक्ष्मण फायर एंड फ्यूरी कोर में तैनात थे।

सेना ने दी श्रद्धांजलि

फायर एंड फ्यूरी कोर ने ट्वीटर पर शहीद गावते अक्षय लक्ष्मण को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया। गावते की कुछ तस्वीरों को शेयर करते हुए फायर एंड फ्यूरी कोर ने ट्वीटर पर लिखा,” बर्फ में खामोश हैं। जब बिगुल बजेगा तो फिर उठेंगे। फायर एंड फ्यूरी कोर के सभी जवान सियाचिन की कठिन ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान  शहीद होने वाले गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सैल्यूट करते हैं। उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं। ”

अग्निवीर गावते अक्षय लक्ष्मण शहीद हुए

समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, गावते अक्षय लक्ष्मण दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन के ग्लेशियर में तैनात थे। सेना ने अपने ब्यान में कहा है कि शहीद के शव को आज उनके पैतृक गाँव के लिए भेजा जाएगा।

भारतीय सेना के सूत्रों के अनुसार, गावते अक्षय लक्ष्मण मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले थे। उनको लेह हेडक्वार्टर वाली भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर में पहली तैनाती मिली थी। भारतीय सेना ने भी ट्वीटर पर शहीद अग्निवीर को श्रद्धांजलि दी है। भारतीय सेना ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर लिखा,” जनरल मनोज पांडे ( COAS), सेना के सभी जवान और अधिकारी अग्निवीर गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं। उन्होंने सियाचिन की सर्वोच्च ऊंचाई पर बलिदान दिया है। इंडियन आर्मी इस दुख की घड़ी अग्निवीर के परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है। ”

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बता दें, सियाचिन भारत और पाकिस्तान सीमा पर स्थित है। यह दुनिया की सबसे ऊंची युद्ध चोटी है। यहां का तापमान माइनस में रहता है। आपको बता दें, भारतीय सेना में अग्निवीर भर्ती जून 2022 में शुरू हुई थी। इसके तहत भारतीय सेना में अन्य रैंक के पद पर जवानों को भर्ती किया जाता है। यह योजना अधिकारी लेवल की भर्ती के लिए लागू नहीं है।

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