लिसीप्रिया कँगुजम ने पीएम मोदी से मन की बात में ऑक्सीजन की बात करने का आग्रह किया
Licypriya Kangujam:जलवायु एवं पर्यावरण कार्यकर्ता लिसीप्रिया कँगुजम ने पीएम नरेंद्र मोदी से मन की बात कार्य्रकम में ऑक्सीजन की बात करने का आग्रह किया है ।
Licypriya Kangujam ने पीएम मोदी से मन की बात में ऑक्सीजन की बात करने का आग्रह किया
भारत में कोरोना वायरस महामारी के कारण 2 लाख के लगभग मरीजों की मौत हो चुकी है । कोविड महामारी के दौर में ज्यादातर लोग स्वास्थ्य सुविधाओं के आभाव में दम तोड़ रहे हैं । देश के ज्याददातर अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन ,जरूरी दवाइयां ,स्टाफ के अलावा मेडिकल ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग अपनी जान गंवा रहे हैं । देश में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी को लेकर लिसीप्रिया कँगुजम ने आज रविवार के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऑक्सीजन पर बात करने का आग्रह किया है । लिसीप्रिया कँगुजम ने एक ट्वीट के जरिए पीएम मोदी से यह बात कही है ।
Today, we want to hear #OxygenKiBaat! 🙏🏻
— Licypriya Kangujam (@LicypriyaK) April 25, 2021
आज हम ऑक्सीजन की बात सुनना चाहते हैं
लिसीप्रिया कँगुजम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा ,” आज हम ऑक्सीजन की बात सुनना चाहते हैं । ” इस ट्वीट के साथ उन्होंने हाथ जोड़कर आग्रह करने वाली इमोजी भी साझा की है । लिसीप्रिया कँगुजम के इस ट्वीट पर लोग खूब प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं । इस ट्वीट के अलावा उन्होंने एक वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर रीट्वीट किया है । जिसमें दिल्ली के अस्पताल के डॉक्टर ऑक्सीजन की कमी के बार में बता रहे हैं ।
Doctors at Pentamed hospital in Delhi say they are running out of oxygen. dozens of lives hang in the balance here if they run out. #India #oxygen #covid19 #oxygenappeal pic.twitter.com/YlE0Hl0IEk
— Yogita Limaye (@yogital) April 25, 2021
डॉक्टरों का कहना है कि वे ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं
योगिता लिमये द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो में पेंटामेड अस्पताल के डॉक्टर अपनी व्यथा सुना रहे हैं । बीबीसी की पत्रकार योगिता ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा ,” दिल्ली के पेंटामेड अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि वे ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं । अगर हम अस्पताल छोड़कर चले गए तो दर्जनों जानें अधर में लटक जाएंगी । ” ट्विटर पर शेयर किए वीडियो में डॉक्टर कहते हैं,ऑक्सीजन की कमी के कारण रात भर सो नहीं पाते । सिस्टम की तरफ से हमें सिर्फ वादों अलावा कुछ नहीं मिल रहा है ।