अब Virat Kohli हुए DeepFake का शिकार, जानिए क्या है डीपफेक
सचिन तेंदुलकर के बाद अब Virat Kohli का deepfake वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह गेमिंग ऐप को प्रमोट करते नजर आ रहे हैं। आइये जानते है आखिर कैसे बनाया जाता है डीपफेक वीडियो और कैसे असली और नकली के बारे में पता करें।
डीपफेक काफी पुराना है लेकिन यह भारत में उस समय चर्चा में आया था जब बॉलीवुड अभिनेत्री रश्मिका मंदाना का एक फेक वीडियो वायरल हुआ था। रश्मिका उस वीडियो ने सबका ध्यान खींचा था। बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन ने डीपफेक वीडियो बनाने वालों के खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई की मांग की थी। मंदाना के बाद कटरीना कैफ, काजोल और सारा तेंदुलकर उनके पिता सचिन तेंदुलकर सहित कई सेलेब्रिटीज के डीपफेक वीडियो वायरल हो चुके हैं। अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली का एक डीपफेक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। जिसमें वह एक गेमिंग ऐप को प्रमोट करते हुए नजर आ रहे हैं।
क्या होता है डीपफेक ?
इस वीडियो को स्पेशल मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। डीप लर्निंग के इनपुट में दो वीडियो या फोटो दिए जाते हैं जिनको देखकर वह खुद वीडियो या फोटो बनाता है। डीपफेक असली फोटो या वीडियो को फेक में तब्दील करता है। जोकि फेक होने के बावजूद भी रियल नजर आते हैं। डीपफेक के जरिए किसी के चेहरे पर दूसरे के चेहरे को लगाया जा सकता है। इस वीडियो या फोटो को बनाने के लिए आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस की मदद ली जाती है। डीपफेक वीडियो बनाने के लिए इनकोडर और डिकोडर नेटवर्क का इस्तेमाल होता है। इनकोडर नेटवर्क असली वीडियो यानि सोर्स का विश्लेषण करने के बाद डिकोडर नेटवर्क को भेजता है। जिसका फाइनल आउट असली जैसा होता है। यह वीडियो डीपफेक की वेबसाइट या ऐप द्वारा आसानी से बनाया जा सकता है।
कैसे डीपफेक की पहचान करें ?
डीपफेक वीडियो या फोटो को आसानी नहीं पहचाना जा सकता है। इसे पहचानने के लिए लिप सिंकिंग को ध्यान से देखना होगा। चेहरे और शरीर के रंग से भी आप इसे पहचान सकते हैं। इसके अलावा चेहरे के हावभाव, आंखों की हलचल और शरीर को ध्यान से देखने से भी डीपफेक की पहचान की जा सकती है।