Haridwar Stampede: Mansa Devi temple में भगदड़ की घटना से 7 लोगों की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब किसी ने मंदिर की सीढ़ियों में करंट फैलने की अफवाह फैलाई।
Haridwar Stampede में 7 की मौत
हरिद्वार के बिल्वा पर्वत पर स्थित मसना देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर सुबह करीब छह बजे भगदड़ मच गई। रविवार होने के कारण मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई थी। तभी किसी ने मंदिर की सीढ़ियों में करंट फैलने की अफवाह फैला दी। जिसके बाद भगदड़ मच गई। अफवाह फैलने से श्रद्धालु घबरा गए और वहां अफरा तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए संकरे रास्तों और फिसलन भरी सीढ़ियों पर भागे। जिसकी वजह से स्थिति और बेकाबू हो गई।
हालाँकि,गढ़वाल मंडल के डीसी ने मंदिर की सीढ़ियों में करंट की अफवाह को खारिज किया है।वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय लोगों ने भी करंट की अफवाह की पुष्टि की।
भगदड़ मचने से लोग सीढ़ियों पर गिरे और कुचले गए। इस हादसे में एक बच्चे समेत सात लोगों की मौत हो गई है। जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सुचना मिलते ही हरिद्वार पुलिस, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। हरिद्वार एसपी परमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया कि पुलिस को सुबह नौ बजे कंट्रोल रूम में सुचना मिली थी। जिसके तुरंत बाद राहत कार्य किए गए।
हरिद्वार हादसे पर सीएम धामी का ब्यान
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। सीएम धामी ने हादसे की न्यायिक जाँच के आदेश भी दिए हैं।
प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
हादसे के बाद लोगों ने प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। मंदिर मार्ग पर कोई आपातकालीन निकास द्वार नहीं था। CCTV ठीक से काम नहीं कर रहे थे। पुलिस की संख्या भी अपर्याप्त थी। घायलों को समय पर मेडिकल सहायता नहीं मिलने के भी आरोप हैं।
मनसा देवी मंदिर का महत्व
यह हरिद्वार के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। मनसा देवी मंदिर बिल्वा पर्वत पर स्थित है। यह मंदिर 52 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। लोगों की ऐसी मान्यता है कि मां मनसा देवी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं।