T20 World Cup के शुरू में भारतीय टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। विराट कोहली की टीम ने वार्मअप मैचों में धमाकेदार प्रदर्शन कर इस बात को और मजबूती दी थी। लेकिन यह बात कोई नहीं जानता था कि टीम इंडिया को इस तरह टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ेगा।
टीम इंडिया को सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए किसी दूसरी टीम पर निर्भर होना पड़ेगा। न्यूजीलैंड के हाथों अफगानिस्तान को मिली हार के बाद भारतीय टीम विश्व कप से बाहर हो गई है। टी 20 चैंपियन कहलाने वाले विराट कोहली का सपना धराशाई हो चुका है। आइए जानते हैं उन कारणों के बारे में जिनकी वजह से टीम इंडिया ना केवल टी 20 वर्ल्ड कप से बाहर हुई बल्कि खिताब जीतने से भी चुकी।
भारतीय टीम का चयन
टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम के 15 सदस्यों का ऐलान किया गया था तो उस समय कई सवाल खड़े हुए थे। इन सभी सवालों के जवाब विराट कोहली की टीम पूरी टूर्नामेंट में खोजती नजर आई। सबसे पहले बात करते हैं यूज़वेंद्र चहल को टीम में शामिल ना करना भी सिलेक्टर की सबसे बड़ी गलती साबित हुई है। टीम इंडिया को उनकी कमी खूब खली। चहल की जगह राहुल की विराट ने वकालत तो खूब बहुत की लेकिन उनको मैदान में उतरने का मौका नहीं दिया। वही वरुण चक्रवर्ती ने जैसे ही ब्लू जर्सी पहनी तो उनकी स्पिन बॉलिंग गायब हो गई। श्रेयश अय्यर को लेकर लिया गया फैसला भी समझ से बाहर रहा। विराट कोहली का बल्ला पाकिस्तान के खिलाफ तो चला लेगी न्यूजीलैंड के गेंदबाजों के आगे उन्होंने घुटने टेक दिए। केएल राहुल और रोहित शर्मा का बल्ला पाकिस्तान और न्यूजीलैंड जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ नहीं चल पाया।
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भारतीय टीम का जिस समय चयन किया गया था उस समय हार्दिक पांड्या को फिट कहा गया और वह इस वर्ल्ड कप में गेंदबाजी करते हुए नजर आए। हार्दिक की गेंदबाजी की तो बात छोड़िए वो ठीक तरह से बल्लेबाजी भी नहीं कर पाए।अफगानिस्तान के खिलाफ मैच को छोड़ दें तो हार्दिक टूर्नामेंट में बुरी तरह से फ्लॉप रहे। इसके बावजूद भी कप्तान विराट कोहली ने हार्दिक पांड्या को लगातार प्लेइंग इलेवन में मौका दिया और उनकी यह जिद टीम इंडिया को भारी पड़ी।
कप्तान विराट कोहली है हार के जिम्मेदार
टीम इंडिया का T20 विश्व कप 2021 के सुपर 12 स्टेज स्टेज में भी बाहर हुई है तो उसके लिए काफी हद तक विराट कोहली जिम्मेदार है। रविचंद्रन अश्विन और राहुल चाहर के अनुभव के ऊपर कप्तान साहब ने लगातार वरुण चक्रवर्ती को प्लेइंग इलेवन में उतारा। न्यूजीलैंड के खिलाफ करो या मरो जैसे बड़े मुकाबले में कोहली ने रोहित शर्मा का बैटिंग ऑर्डर तब तक बदल डाला जिसकी वजह से टीम इंडिया को यह दिन देखना पड़ा। इस तरह विराट कोहली के फैसलों ने भारतीय टीम की नाव डूबा दी।
टॉस गवाना महंगा पड़ा
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में रनों का पीछा करने वाली टीम ने सुपर 12 स्टेज में सबसे ज्यादा मैच में जीत दर्ज की। इस मैदान पर टॉस ने सबसे अहम भूमिका निभाई है। पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए बड़े मुकाबलों में विराट कोहली की किस्मत ने साथ नहीं दिया है। दोनों ही मुकाबलों में टीम हार गई। मैदान ओस की वजह से विपक्षी टीम के द्वारा बनाए गए रनों का पीछा करना आसान हुआ। स्कॉटलैंड के खिलाफ विराट ने टॉस जीता तो हर किसी ने देखा कि मैच का नतीजा क्या रहा। इस तरह टॉस हारने को भी भारतीय टीम का टी 20 वर्ल्ड कप से बाहर होना बड़ा कारण माना जा सकता है।
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