शादी के बाद किसी दूसरे किसी इंसान के प्रति आकर्षित होना और उससे शारीरिक संबंध बनाना विवाहोत्तर संबंध या एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर कहलाता है।
कुछ गलतफहमियों के कारण ये ऐसा किसी के साथी किसी भी उम्र में हो सकता है। आइए जानते हैं कि सात जन्म तक साथ जीने की कसमें खाने वाले कपल्स ,आखिर ऐसा करने के लिए क्यों मजबूर हो जाते हैं।
कई बार ऐसा देखा जाता है कि काफी वर्षों तक एक साथ रहने के बाद भी दंपति में से कोई एक या फिर दोनों अपने जीवन में किसी तीसरे व्यकित की कमी महसूस करने लगते हैं। जिसका परिणाम ये होता है कि वर्षों का साथ कुछ क्षणों में टूट जाता है।
एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर्स के कारण
जल्दी शादी होना
जिन लोगों की शादी बहुत जल्दी हो जाती है ,वे लोग 35-40 की उम्र में पहुंचकर ये सोचने लगते है कि उन्होंने अपनी जिंदगी में कुछ रोमांस नहीं किया है। ऐसे में वे कोई तीसरा विकल्प तलाशने लगते हैं।
जल्दी बच्चे होना
जो कपल्स शादी के शुरूआती दिनों में कोई प्लानिंग नहीं करते और बच्चे जल्दी पैदा हो जाते हैं, वे जल्दी माता-पिता बनने के बाद जिम्मेदारियों से घिर जाते हैं। वे अपनी जिंदगी को अपने तरीके से नहीं जी पाते ,यही वजह आगे चलकर किसी तीसरे विकल्प की तरफ खींचती है।
पैसा ये पैसा
कई बार देखा जाता है कि पति या पत्नी में से कोई एक कमाने वाला होता है और पार्टनर की आर्थिक जरूरतों पर ध्यान नहीं देता, तब भी ये समस्या पैदा होती है। ऐसे में जहां उनकी जरूरते पूरी होंगी ,वहीं झुकाव होना भी लाजिमी है।
असंतुष्टि
विवाहोत्तर संबंधों में ज्यादातर शारीरिक संतुष्टि न मिल पाना भी ,इसका कारण बनता है।
आपसी तालमेल में कमी
कहा जाता है ,जीवन रूपी गाडी को खींचने के लिए पति-पत्नी इसके दो पहियों के तरह होते हैं। ऐसे में अगर दोनों के बीच आपसी तालमेल नहीं बनेगा तो झगड़े बढ़ेंगे। जिसका परिणाम, रिश्तों में दरार-तकरार और नतीजा तीसरा विकल्प।
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