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लखनऊ स्थित कार्यालय के बिल को लेकर भारतीय किसान यूनियन हुई दो फाड़

केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन करने वाले भारतीय किसान यूनियन में फूट पड़ गई है। भारतीय किसान यूनियन के फ्लैट नंबर 407, लखनऊ स्थित कार्यालय पर राज्य संपत्ति विभाग का 3.5 करोड़ का बकाया है। जिसको लेकर किसान यूनियन दो गुटों में बट गया है।

यूपी दिल्ली पंजाब हरियाणा सहित देश के कई राज्यों में किसानों की अगुवाई करने वाले भारतीय किसान यूनियन में फूट पड़ गई है। अब भारतीय किसान यूनियन के कई नेता राकेश टिकैत और नरेश टिकैत गुट से अलग हो गए हैं। हालांकि राकेश टिकैत के नेतृत्व वाले गुट के साथ वाले कई नेताओं को बीकेयू से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

राजेश सिंह चौहान को बनाया गया अध्यक्ष

जबकि नए किसान यूनियन के नए ग्रुप के अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान को बनाया गया है। लेकिन अब लखनऊ स्थित भारतीय किसान यूनियन के सरकारी कार्यालय को लेकर विवाद खड़ा हो सकता है। क्योंकि इस ऑफिस पर राज्य संपत्ति विभाग का करीब 3.5 करोड़ का बकाया है। इस किराए का भुगतान अब कौन करेगा ?इसको लेकर लड़ाई शुरू हो गई है।

लगाया ये आरोप

रविवार के दिन भारतीय किसान यूनियन दो गुटों में बट गया था। यूनियन ने राकेश टिकैत, नरेश टिकैत पर राजनीति करने का आरोप लगाकर उन्हें बाहर कर दिया है। यही नहीं संगठन ने नए अध्यक्ष की ताजपोशी भी कर दी है। राजेश सिंह चौहान को संगठन का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

3.5 करोड रुपए का बकाया

मिली जानकारी के अनुसार यूपी के लखनऊ कार्यालय पर राज्य संपत्ति विभाग का 3.5 करोड रुपए का बकाया है। यूनियन का ऑफिस लखनऊ के विधायक आवास ओसिआर में ए ब्लॉक के फ्लैट नंबर 407 में है। लखनऊ में बीकेयू का अब तक यही एड्रेस रहा है। हालांकि, यह कार्यालय भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान के नाम से आवंटित है। वहीं किसान यूनियन ने अब राजेश सिंह चौहान को नया अध्यक्ष बनाया है। जो कि पहले संगठन में उपाध्यक्ष के पद पर थे। लेकिन अब सवाल उठता है कि इस बिल भुगतान को कौन करेगा ?

नोटिस भेजकर डराया गया

किसान यूनियन के राकेश टिकैत पहले ही कह चुके हैं कि सरकार ने बकाया वसूली का नोटिस भेजकर राजेश सिंह चौहान को डराया है। बीकेयू नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष हरनाम सिंह ने कहा कि कार्यालय का इस्तेमाल राकेश टिकैत और उनके करीबी लोग करते रहे हैं। कार्यालय की चाबी राकेश टिकैत के जिला अध्यक्ष गुरमीत सिंह के पास है और अभी ऑफिस का भुगतान भी वही करेंगे। उन्होंने कहा कि हम इस विषय में राज्य संपत्ति विभाग को एक पत्र लिखेंगे कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष या संगठन का इस कार्यालय से कोई लेना देना नहीं है।

राकेश टिकैत का ट्वीट

दूसरी तरफ राकेश टिकैत ने रविवार के दिन एक ट्वीट करते हुए कहा कि किसान हितों पर कुठाराघात करते हैं कुछ लोगों ने भारतीय किसान यूनियन से अलग कथित संगठन बनाने की घोषणा की है। किसान हितों के विरोधी ऐसे तत्वों को तत्काल प्रभाव से बीकेयू से निष्कासित किया गया है। महेंद्र सिंह टिकैत अमर रहे। किसान एकता जिंदाबाद। अपने इस पोस्ट को उन्होंने न्यूज़ एजेंसी एएनआई , पीटीआई न्यूज़ ,एनडीटीवी और अमर उजाला को टैग किया है। ट्विटर पर शेयर की गई प्रेस विज्ञप्ति में बर्खास्त किए गए किसान नेताओं के नाम लिखे हैं।

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