पाकिस्तान की जेल में मारे गए भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर का कारण निधन हो गया है। दलबीर कौर का अंतिम संस्कार आज पंजाब के भिखीविंड में किया जाएगा। वह 60 वर्ष की थी। जिन्होंने अपने भाई सरबजीत सिंह की रिहाई के लिए मुहीम छेड़ी थी। लेकिन 2013 में सरबजीत सिंह को जेल में मार दिया था।
दलबीर कौर का निधन
पाकिस्तान की जेल में जासूसी के आरोप में बंद मारे गए भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर का हृदय गति रुकने के कारण निधन हो गया है। यह जानकारी समाचार एजेंसीय एएनआई ने एक ट्वीट कर दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दलबीर कौर का निधन हार्ट अटैक के कारण हुआ है।
वह 60 वर्ष की थी। उनका अंतिम संस्कार आज पंजाब के भिखीविंड में किया जाएगा। दलबीर कौर की अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान थी ,क्योंकि उन्होंने अपने भाई सरबजीत सिंह की पाकिस्तान की जेल से रिहाई के लिए अंतराष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठाई थी। लेकिन वह अपने भाई को भारत जिंदा वापिस लाने में असफल रही थी।
भाई के लिए लड़ी लंबी लड़ाई
बता दें, पंजाब के रहने वाले घड़ीसाज सरबजीत सिंह को पाकिस्तान से भारत लाने के लिए उनकी बहन दलबीर कौर ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर मुहीम छेड़ी थी। सरबजीत सिंह एक घड़ीसाज से थे। जो घड़ियों को ठीक करने का काम करते थे। उनका गांव भारत पाकिस्तान के बॉर्डर पर था। सीमा पर अपने खेत में आम करते समय वह भटककर 28 अगस्त 1990 को सीमा पार चले गए थे। जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। बाद में उन्हें जासूसी का आरोप लगाते हुए पाकिस्तान की अदालत ने फांसी की सजा सुनाई थी।
सरबजीत सिंह की हत्या
सरबजीत सिंह को पाकिस्तान की एक अदालत ने जासूसी और आतंकवाद का दोषी ठहराया था। पाकिस्तानी अदालत ने उन्हें 1991 में मौत की सजा सुनाई थी। हालांकि, अंतराष्ट्रीय दबाव के कारण साल 2008 में सरबजीत सिंह को फांसी देने पर रोक लग गई थी। इसके बाद साल 2013 में लाहौर की जेल में बंद कैदियों ने सरबजीत सिंह की हत्या कर दी थी।