Fake Instant Loan Apps: भारत सरकार अवैध लोन ऐप्स को पूरी तरह से बंद करने के लिए कठोर कदम उठा रही है। इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक के साथ जल्द ही बैठक करने की योजना बन रही है।
पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अवैध लोन ऐप्स पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। अब वही कंपनियां लोन दे पाएंगी जो रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया से स्वीकृत होंगी। यही ऐप्स गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर पर उपलब्ध होंगी। बाकि ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया जाएगा।
Instant Loan Apps
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने हाल ही में इस बारे में ब्यान दिया है। उन्होंने कहा कि फर्जी लोन ऐप्स को हटाने के लिए केंद्र सरकार कड़े कदम उठा रही है। इसके लिए जल्द ही रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के साथ योजना बनाई जाएगी। इस लिस्ट में वे लोन ऐप्स होंगी, जिन्हे नियामकों ने मंजुरी प्रदान की होगी। गूगल प्ले स्टोर पर ऐसे ऐप्स को शामिल करने के लिए नियम बनाए जाएंगे। बता दें, पिछले साल भारतीय रिजर्व बैंक ने ऑनलाइन लोन देने पर नियम बनाए थे। आरबीआई ने क्रेडिट लिमिट को खुद से बढ़ाने पर रोक लगा दी थी।
सरकारी आदेश
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि देश के सभी नागरिकों के लिए इंटरनेट को सुरक्षित बनाए रखना सरकार का उद्देश्य है। आज गूगल प्रे स्टोर पर कई ऐप्स ऐसे हैं जिनका इस्तेमाल भारतीय करते हैं। हम लोन ऐप्स के लिए किए गए आवेदन पर नजर बनाए हुए हैं। इसके अलावा हमने गूगल और एप्पल को भी गैरकानूनी ऐप्स को अपने प्लेटफार्म पर शामिल न करने के निर्देश दिए हैं।
आत्महत्या के मामले
बता दें, देश में लोन ऐप्स के माध्यम से लोन लेने वालों के कई आत्महत्या किए जाने के मामले सामने आए हैं। हाल ही में केरल में लोन कंपनी की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर एक परिवार के चार लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। खुदकुशी करने वालों में पति-पत्नी और दो बच्चे शामिल थे। बताया गया कि महिला ने लोन ऐप के माध्यम से करीब 9000 का लोन लिया था। जिसकी क़िस्त में भुगतान में देरी के चलते महिला को ब्लैकमेल किया जा रहा था। इसी तरह एक अन्य व्यक्ति ने भी लोन ऐप के माध्यम से 3700 का लोन लिया था। जिसने लोन कंपनी की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर जान दे दी थी। ऐसे अनेकों मामले सामने आ चुके हैं।