Panama Papers Trial: आज से आठ साल पहले, 2016 में इंटरनेशनल कंसोटोरियम ऑफ़ जर्नलिस्ट्स ( ICIJ ) ने पनामा पेपर्स घोटाले का खुलासा किया था। इस हाई-प्रोफाइल स्कैंडल ने दुनिया की कई जानी-मानी हस्तियों को बेनकाब कर दिया था। पनामा पेपर्स घोटाले में विश्व भर के कई बड़े नेताओं से लेकर खेल जगत और अभिनेताओं तक नाम आ चूका है। इस लिस्ट में महान फुटबॉलर लियोनल मेसी, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन का भी नाम जुड़ चूका है। अब इस बड़े घोटाले की सुनवाई शुरू हो गई है।
विश्व के सबसे बड़े घोटाले की सुनवाई शुरू
पनामा पेपर्स को मनी लॉन्डरिंग और टैक्स चोरी का दुनिया भर का सबसे बड़ा घोटाला बताया जाता है। इस खुलासे में दुनिया भर के कई प्रभावशाली लोगों का नाम आ चूका है। यह मामला काफी पुराना हो चूका है। आज से आठ साल पहले इस बड़े खुलासे ने दुनिया भर के कई देशों में तहलका मचा दिया था। यह मामला इतना बड़ा था कि कई देशों की सरकारें खतरे में आ गई थी। नवाज शरीफ को तो पाकिस्तान की अदालत ने जीवन भर के लिए पद से अयोग्य घोषित कर दिया था। उस दौरान लिक हुई 11.5 मिलियन फाइलों में दुनिया भर के अरबपति, खेल सितारों, नेताओं और अभिनेताओं के नाम थे।
दुनिया के सबसे बड़े घोटाले पनामा पेपर्स स्कैंडल की लिस्ट
आइसलैंड के प्रधानमंत्री सिंगमुंडूर डेविड गुनलॉगसन को अपने परिवार के विदेशी खाते होने का खुलासा होने के बाद अपने पद इस्तीफा देना पड़ा था। पनामा पेपर्स लीक में जिन लोगों के नामों का खुलासा हुआ था, उसमें ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड कैमरून, अर्जेंटीना के तत्कालीन राष्ट्रपति मौरिसियो मैक्री, स्पेनिश फिल्म निर्माता पेड्रो अल्मोडोवर और फुटबॉलर लियोनल मेसी का भी नाम सामने आया था।
जर्मन अख़बार Sueddeutsche Zeitung ने किया था खुलासा
विश्व के सबसे बड़े आर्थिक घोटाले, पनामा पेपर्स की फाइलें जर्मन अख़बार Sueddeutsche Zeitung ने लीक की थी। जिसने ये फाइलें अंतराष्ट्रीय खोजी पत्रकारों के संघ, इंटरनेशनल कंसोटोरियम ऑफ़ जर्नलिस्ट्स के साथ साझा कर दी थी। जर्मन अख़बार Sueddeutsche Zeitung ने लंबी पड़ताल के बाद 3 अप्रैल 2016 को पहली बार पनामा पेपर्स को पब्लिश किया था। जिसमें दुनिया भर के 200 से अधिक देशों के प्रभावशाली लोगों के नाम आए थे।
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, पनामा पेपर्स मामले में आज 27 लोगों के खिलाफ ट्रायल शुरू होने वाला है। मामले की सुनवाई पनामा की एक अदालत में होगी। इस ट्रायल में पुरे पनामा पेपर्स स्कैंडल की केंद्र रही कंपनी मोसाक और मोरा लॉ फर्म मोसाक फोंसेका के फाउंडर्स के भी नाम है।