
Mahashivratri का पर्व पूरे देश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर भक्त व्रत रखकर पूजा अर्चना कर रहे हैं।
Mahashivratri जानिए- शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
महाशिवरात्रि का पर्व फागुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार मान्यता है कि भगवान शिव का व्रत रखने से सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन भक्त भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करते हैं।
धार्मिक कथाओं के अनुसार फागुन माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को ही भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। एक अन्य मान्यता के अनुसार भगवान शिव लिंग स्वरूप में प्रकट हुए थे। भगवान सदाशिव ने परम ब्रह्म स्वरूप से साकार रूप धारण किया था। यह मान्यता है कि इस दिन देवों के देव महादेव का व्रत रखने से सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
जानिए शुभ मुहूर्त का समय
इस वर्ष महाशिवरात्रि शिव योग में है। शिवयोग दिन में 11:18 से शुरू होगा और पूरे दिन रहेगा। शिवयोग 2 मार्च को सुबह 8:21 तक रहेगा। महा शिव रात्रि के दिन सुबह 11:47 से दोपहर 12:34 तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। इसके बाद अपराहन 2:07 से लेकर 2:53 तक विजय मुहूर्त रहेगा। संध्या काल के समय 5:48 से 6:12 तक गोधूलि मुहूर्त रहेगा।
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पूजा विधि
महाशिवरात्रि के दिन ‘ओम नमो भगवते रुद्राय, ओम नमः शिवाय रुद्राय शंभवाय भवानीपतये नमो नमः ‘ मंत्र का जाप करें। शिवरात्रि के दिन भगवान शिव को पंचामृत से स्नान कराएं। केसर के आठ लोटे जल चढ़ाएं। पूरी रात्रि घी का दीपक जलाएं। चंदन का तिलक लगाएं। बेलपत्र ,भांग ,धतूरा, गन्ने का रस ,तुलसी ,जयफल ,फल , मिष्ठान, मीठा पान और इत्र दक्षिणा चढ़ाएं।