दिलीप कुमार को अपना दूल्हा बना देख खुशी से चहकती दिखी सायरा बानो, सालगिराह पर एक्ट्रेस ने शेयर किया अपनी शादी का वीडियो 

दिलीप कुमार और सायरा बानो की आज 57वीं वेडिंग एनिवर्सरी है। इस खास मौके पर एक्ट्रेस ने अपनी शादी का वीडियो शेयर किया है।

बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा सायरा बानो ने 11 अक्टूबर 1966 को ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार संग शादी रचाई थी। वहीं आज दोनों की शादी को 57 साल पुरे हो गए है। दिलीप कुमार भले ही अब इस दुनिया में न रहे हो लेकिन सायरा अक्सर उन्हें याद करती रहती है। वहीं आज अपनी शादी की सालगिराह के मौके पर सायरा ने दिलीप संग अपनी शादी का एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो के साथ उन्होंने अपनी सिंड्रेला लव स्टोरी के बारे में फैंस को बताया है।

दिलीप कुमार और सायरा बानो की शादी का वीडियो

दरअसल हाल ही में सायरा बानो ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से अपनी शादी का एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में सायरा दुल्हन बनी काफी खूसबूरत लग रही है। वहीं इसके बाद दिलीप कुमार घोड़ी पर चढ़कर बारात लेकर आते है। दिलीप को अपना दूल्हा बने देख सायरा खुशी के मारे चहकने लगती है। इस वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने अपने साहब के लिए एक लंबा-चौड़ा नोट लिखा है।

सायरा ने लिखा, “आज 11 अक्टूबर को हमारी वेडिंग एनिवर्सरी है। मैं उन शुभचिंतकों और प्यार दोस्तों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए लिख रही हूँ जिन्होंने इस जादुई दिन के लिए हम दोनों के लिए यादें भेजी। लोगों ने अक्सर मुझसे पूछा है की दिलीप कुमार साहब…शहशांह… के साथ शादी करना कैसा था। मैंने हमेशा उनसे कहा कि ‘यह ऐसा था जैसे कड़ी मेहनत किए बिना एक सिंहासन मिल गया हो।’।”

सायरा ने अपनी शादी को बताया सिंड्रेला स्टोरी

एक्ट्रेस ने आगे लिखा, ‘यह सचमुच में एक सिंड्रेला कहानी है, क्योंकि यह हर बार नहीं होता कि एक लड़की की शादी उसके सपनों के राजकुमार से हो जाए। उनके साथ मेरा जीवन कैसा था इस बारे में विस्तार से बात करना बेहद मुश्किल होगा। इसे बताने में कंई पेज लगेंगे और वास्तव में एक किताब। यदि उनका व्यक्तित्व विशाल था तो वे महान इंसान भी थे। वे एक ऐसी किताब थे जिसे आप कभी पढ़ना बंद नहीं कर सकते क्योंकि हर दिन आप उसका नया पन्ना खोजते है।”

फिल्मों के अलावा इन चीजों में रूचि रखते थे दिलीप कुमार

वहीं अपनी पोस्ट के अंत में  सायरा ने लिखा, “फिल्मों के अलावा दिलीप साहब की रूचि उर्दू और फारसी कविता, मानव विज्ञान, अंतर्राष्ट्रीय मामले, वनस्पति विज्ञान और खेल सहित आदि विषयों में थी। यह उनका एक ऐसा पहलू था जिसने उन्हें एक जीवंत और  रोमांचकारी व्यक्ति बना दिया। साहब न केवल मेरे लिए बल्कि उन पीढ़ियों के लिए प्रतिष्ठित मार्गदर्शक रहे है जिन्होंने अपने जीवन में आगे कदम बढ़ाया है। दिलीप साहब हमेशा के लिए हैं। अल्लाह उन्हें हमेशा अपने प्यार में बनाए रखें।”

4PN HINDI
Whatsapp Channel
Telegram channel

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *