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शहीद पतियों का सपना पूरा करने के लिए भारतीय सेना में अफसर बनीं भारत की ये दो बेटियां

अक्टूबर 31, 2022 | by

These two daughters of India became officers in the Indian Army to fulfill the dream of their martyred husbands.

रिग्जिन चोरोल और हरवीन कौर भारतीय सेना में अधिकारी बन चुकी हैं। Rigzin Chorol और Harveen Kuar ने अपने पति का सपना पूरा करने के लिए भारतीय सेना में कमीशन लेकर लफ्टिनेंट बनीं हैं। ऐसा कर भारत की दोनों ने एक मिसाल कायम की है।

लेफ्टिनेंट रिग्जिन चोरोल अपने शहीद पति राइफलमैन रिग्जिन खंडप के सपने को पूरा करने के लिए इंडियन आर्मी में अधिकारी बन चुकी हैं। वहीँ लेफ्टिनेंट हरवीन कौर अपने दिवंगत पति मेजर केपीएस ढिल्लों के सपने को साकार करने के लिए सेना में अफसर बन गई हैं। इसके लिए दोनों ने ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में 11 महीने का कठोर प्रशिक्षण लिया। अब दोनों सेना में अधिकारी बन चुकी हैं।

रिग्जिन चोरोल

पासिंग आउट परेड के बाद रिग्जिन चोरोल ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया ,” मेरे पति चाहते थे कि मैं सेना में अधिकारी बनूं। मेरा सफर 2021 में शुरू हुआ था। जब मैं ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में शामिल हुई थी। 11 महीने की कठोर ट्रेनिंग के बाद अपनी इकलौती संतान से दूर रह कर यह सब किया। मुझे यकीन है कि मेरे शहीद पति को मुझ पर गर्व होगा। यह उनका सपना था। वह मुझे सेना में अफसर बनते हुए देखना चाहते थे। ” आपको बता रिग्जिन खांडप लद्दाख स्काउट्स की जेदांग सुंपा बटालियन में सिपाही ( राइफलमैन ) थे। उन्होंने ड्यूटी के दौरान शहादत दी थी।

हरवीन कौर

इसी तरह लेफ्टिनेंट हरवीन कौर ने भी अपने दिवंगत पति मेजर केपीएस कहलों  के सपने को साकार किया। अफसर अकादमी में 11 महीने के कठोर प्रशिक्षण के बाद कौर लेफ्टिनेंट बनी। ट्रेनिंग के बाद उन्हें सेना में अधिकारी पद पर नियुक्त किया गया।

पासिंग आउट परेड के बाद हरवीन कौर ने कहा ,” मेरे पति ने मुझे सेना में शामिल होने के लिए काफी प्रोत्साहित किया था। ऐसा उन्होंने मेरे उत्साह को देखते हुए किया। मैं सेना में ऑफिसर बनना चाहती थी। यही उनकी भी इच्छा थी। मैं उनके सपनों को साकार करना चाहती थी। ” आपको बता दें , जब साल 2019 में मेजर केपीएस कहलों शहीद हुए थे , उस समय हरवीन कौर जालंधर के एक स्कूल में टीचर थी।

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